ट्रेवल्स कंपनियों की बसों की रफ्तार पर कोई अंकुश नहीं है। कुछ 32 से अधिक सीट क्षमता वाली ट्रेवल्स बसों में नियम विरुद्ध स्लीपर सीटें बना डाली। लंबी बसें होने के बावजूद दो दरवाजे आपातकालीन खिडक़ी तक नहीं है। बिना वर्दी के ही चालक, परिचालक मनमानी कर रहे हैं, लेकिन परिवहन महकमे द्वारा सिर्फ परमिट नियमों के उल्लंघन पर चालान बना कार्रवाई की औपचारिकता की जा रही है।
एक जगह से दूसरी जगह तक तय किराए में निश्चित यात्रियों को पहुंचाने के लिए ट्रेवल्स कंपनियों ने लगभग सभी बसों का कॉन्ट्रेक्ट केरिज का परमिट है। फिर भी ये ट्रेवल्स कंपनियों की बसें खुलेआम जगह जगह से यात्रियों को बिठा रहे हैं। फिर भी परिवहन विभाग द्वारा ट्रेवल्स कंपनी को पाबंद नहीं किया गया कि परमिट के विरुद्ध बसों का संचालन क्यों हो रहा है।