30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Income Tax Raid: आजम खां के साथ यह BJP नेता भी IT के राडार पर, रातभर की गई छापेमारी, जानें अब तक क्या मिला?

Income Tax Raid: आजम खां के घर से भारी मात्रा में कैश और सोना मिला है। इनकम टैक्स की टीम को एक सुनार और प्रिंटर भी बुलाना पड़ा। हालांकि अधिकारी अभी इसपर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

3 min read
Google source verification
BJP leader Shahzeb Khan came income Tax radar After Azam Khan in Rampur

आजम खां के घर और करीबियों के यहां इनकम टैक्स की कार्रवाई जारी।

Income Tax Raid: रामपुर में आज़म खान के घर पर आयकर विभाग की टीम को तीन दिन हो चुके हैं और कार्रवाई अभी भी जारी है। आयकर विभाग की टीमें पिछले दो दिन से रामपुर में आजम खां के मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट से जुड़े आयकर मामलों में गड़बड़ी की शिकायत पर छापेमारी कर रही हैं। बताया जा रहा है कि आजम खां के घर से आईटी टीम को भारी मात्रा में कैश और सोना बरामद हुआ है, लेकिन आयकर विभाग के अधिकारी अभी यह बताने से बच रहे हैं। दूसरी ओर आजम के पुराने साथी भाजपा नेता शाहजेब खान के घर पर भी इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी की है।

समाजवादी पार्टी के महासचिव और पूर्व मंत्री आजम खान के घर पर दो दिन से चल रही आयकर विभाग की कार्रवाई के बीच गुरुवार रात इनकम टैक्स की टीम ने रामपुर में भाजपा नेता और भूमि विकास बैंक लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन शाहज़ेब खान के घर पर भी छापामारी की कार्रवाई की। देर रात आईटी की टीम बीजेपी नेता शाहजेब के घर पहुंची और छापेमारी की. बीजेपी (BJP) में शामिल होने से पहले शाहजेब सपा नेता आजम खान के काफी करीबी माने जाते थे।


शाहजेब खान नवंबर 2022 में रामपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सपा से भाजपा में शामिल हो गए थे। इससे पहले वे लंबे समय तक वह सपा में रहे हैं और आज़म खान के सबसे भरोसेमंद माने जाते थे। आयकर विभाग को मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के मामले की जांच करते समय शाहजेब खान के बारे में जानकारी मिली और उसके बाद रात में ही सीमा सशस्त्र बल के जवानों के साथ आयकर विभाग के अधिकारियों ने शाहजेब खान के घर पर छापा मार दिया। छापे की कार्रवाई अभी शाहजेब खान के घर पर भी जारी है।


शाहजेब खान सपा नेता आजम खां के करीबी माने जाते थे, लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने आजम से बगावत कर भाजपा नेता आकाश सक्सेना का दामन थाम लिया था। उपचुनाव में शाहजेब खान ने भाजपा के लिए प्रचार किया और आकाश सक्सेना रामपुर से विधान सभा उप चुनाव जीत कर भाजपा के विधायक बन गए। देर रात तक आजम खान के घर, जौहर यूनिवर्सिटी और हमसफ़र रिसॉर्ट पर आयकर विभाग की टीम छापेमार कार्रवाई करती रही। इसके अलावा कई और ठिकानों पर भी आयकर विभाग की टीम छापेमार कार्रवाई कर रही है।

यह भी पढ़ें: मिर्जापुर लूटकांड में बड़ी कार्रवाई, कोतवाल समेत 4 सस्पेंड, एक लाख रुपये इनाम की घोषणा


रामपुर से भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को आजम खां के खिलाफ शिकायत भेजी थी। इसमें आरोप था कि साल 2012 में सपा सरकार के दौरान मंत्री रहते हुए आजम खां ने भारी हेरफेर किया। इस दौरान मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट में भारी गड़बड़ियां की गईं। भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने साल 2019 में गृह मंत्रालय को शिकायत भेजी थी। इसमें मौलाना जौहर अली ट्रस्ट की सालाना बैलेंस सीट भी थी। आकाश ने बताया था कि साल 2015-16 में इस ट्रस्ट को 22 करोड़ 22 लाख 50 हजार रुपये का दान मिला था।


आकाश सक्सेना ने आरोप लगाया था कि नोटबंदी के दौरान आजम खां के मौलाना मोहम्मद जौहर अली ट्रस्ट को 22 करोड़ 22 लाख रुपये का चंदा मिला। इसमें 60 करोड़ रुपये एक ही व्यक्ति ने दान किए थे। आयकर टीम ने अकेले रामपुर में तीन जगह छापेमारी की है। इसमें आजम खां, उनके करीबी सपा विधायक नसीर खां और डीसीबी के पूर्व चेयरमैन सलीम कासिम के ठिकाने शामिल हैं।

भाजपा विधायक आकाश सक्सेना की शिकायत पर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने एक अगस्त 2019 को आजम खां के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लान्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। आजम खां के यूपी और मध्य प्रदेश में करीब 22 ठिकानों पर अब तक आयकर विभाग ने छापेमारी की है। इनमें सीतापुर, लखनऊ, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और विदिशा शामिल हैं। इनकम टैक्स की छापेमार कार्रवाई शुरू होते ही आजम खां बीमार भी पड़ गए।


मौलाना मोहम्मद जौहर अली ट्रस्ट के संस्‍थापक आजम खां हैं। ये यूनिवर्सिटी रामपुर में करीब 1500 बीघा जमीन पर बनी है। साल 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही ट्रस्ट की गड़बड़ियों के खिलाफ योगी सरकार ने एक्‍शन लेना शुरू कर दिया। इस दौरान ट्रस्ट विवादों में आ गया। आजम खां रामपुर से 10 बार विधायक रहे हैं। इसके साथ ही वे दो बार सांसद भी रहे हैं। आजम के अलावा उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा भी सांसद और विधायक रही हैं। आजम खां के बेटे अब्दुल्ला भी दो बार विधायक बने, लेकिन कोर्ट केस के चलते उन्हें अपनी विधायिकी गंवानी पड़ी।