
रामपुर. विधानसभा उपचुनाव से पहले रामपुर से समाजवादी पार्टी के लिए बुरी खबर आई है। सपा के कद्दावर नेता और रामपुर से सांसद आजम खान बुधवार को जब अपने पूरे परिवार के साथ एसआईटी के सवालों का जवाब दे रहे थे, उसी वक्त उनके ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में बड़ी संख्या में इलाके के किसान हल-बैल और फावड़ा लेकर पहुंच गए। आजम खान के विरोधी नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अब्दुस्सलाम 5 दर्जन किसानों को लेकर सड़कों पर उतर आए । पहले उन्होंने प्रदर्शन किया और बाद में हाथ मे फाबड़ा, हल और बैल लेकर यूनिवर्सिटी में घुसने की कोशिश की। हालांकि, इस दौरान मौके पर पहुंचे एसडीएम और सीओ सिटी ने उनको समझाया बुझा कर उन्हें उनके घर भेज दिया।
किसानों ने पहले प्रदर्शन किया। इसके बाद वह प्रदर्शनकारी की शक्ल में यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसना
चाह रहे थे। तभी इसकी सूचना स्थानीय पुलिस प्रशासन को लग गई। इसके बाद आनन-फानन में सीओ स्वार विद्या किशोर और एसडीएम सदर पीपी तिवारी मौके पर पहुंच गए। जहां पर उन्होंने किसानों का ज्ञापन लेकर उन्हें वापस भेज दिया। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सलाम ने कहा कि हमारी जमीनों पर हमें कब्जा करवा दो। उन्होंने कहा कि एक तो आजम खान चोरी कर रहे हैं, ऊपर से सीना जोरी कर रहे हैं। एसडीएम सदर पीपी तिवारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि पहले आप की जमीन का चिंन्हीकरण करवाया जाएगा। इसके बाद पूर्व जिला पंचायत अब्दुस्सलाम प्रशासन की बात सुनकर अपना ज्ञापन देकर वहां से चले गए। तब जाकर यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर और बाहर की स्थिति सामान्य हो पाई।
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इस पूरे घटनाक्रम पर एसडीएम सदर पीपी तिवारी ने बताया कि जानकारी मिली थी कि कुछ किसान हल बैल और फावड़ा लेकर यूनिवर्सिटी के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं। मामले की जानकारी लगते ही हम और सीओ सवार विद्या किशोर वहां पर पहुंचे। इसके बाद किसानों को समझाकर धरना का नेतृत्व कर रहे पूर्व जिला पंचायत अब्दुल सलाम से एक ज्ञापन लेकर किसानों की जमीन वापस कराने का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
Published on:
02 Oct 2019 07:16 pm
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