उन्होंने कहा कि वो ऐसे बयान दे कर सोचते हैं कि मैं भाग जाउंगी, तो मैं डरने वाली नहीं हूं मैं रामुपर को छोड़ कर नहीं जाउंगी और जीत कर दिखाउंगी। इसके आगे उन्होंने कहा कि पहले भी आजम खान मेरे बारे में बोलते रहे लेकिन लेकिन सपा अध्यक्ष जिन्हें मैंने अपना भाई माना, कभी मेरे साथ नहीं खड़े हुए और नहीं आजम खान के हिदायत दी। लेकिन जब अमर सिंह मेरे साथ खड़े हुए तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। इसके साथ ही जया प्रदा ने आजम खान के नामांकन को रद्द करने की मांग की और कहा कि ऐसे लोगों के चुनाव लड़ने पर रोक लगा देना चाहिए।
आपकोे बता दें कि एक दिन पहले रैली में आजम खान ने जया प्रदा का नाम लिए बिना कहा कि ‘क्या राजनीति इतनी गिर जाएगी कि 10 साल जिसने रामपुर वालों का खून पिया, जिसे उंगली पकड़कर हम रामपुर में लेकर आए, उसने हमारे ऊपर क्या-क्या इल्जाम नहीं लगाए। क्या आप उसे वोट देंगे?’ उन्होंने आगे कहा कि जिसकों रामपुर की गलियों और सड़कों से पहचान कराई। किसी का कांधा नहीं लगने दिया, किसी को छूने नहीं दिया, गंदी बात नहीं करने दी। दस साल प्रतिनिधित्व कराया। शाहबाद वालों, रामपुर वालों उसकी असलियत समझने में आपको 17, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवेअर खाकी रंग का है। ‘
UP lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App .