सदन में आजम खान की फिसली जुबान कभी आजम खान (
azam khan ) के साथ रही और अब उनकी प्रतिद्वंदी बनी जया प्रदा और आजम खान की दुश्मनी भी जग जाहिर है। लोकसभा
चुनाव के दौरान एक दूसरे खिलाफ चुनाव लड़ रहे आजम खान और जया प्रदा के बीच भी खूब जुबानी हमले देखने को मिले। लेकिन चुनावी प्रदार के दौरान इस शब्द भेदी बाण में आजम खान ने कई बार शब्दों की मर्यादा लांघ दी। जिसके लिए चारो ओर उनकी खूब किरकिरी हुई।
स्पीकर की कुर्सी पर बैठी महिला सांसद पर किया कमेंट लेकिन इस बार उन्होंने सदन में डिप्टी स्पीकर (
Deputy Speaker ) की कुर्मी पर बैठी बीजेपी की महिला सांसद के लिए एक बार फिर पद की गरिमा को ताख पर रखते हुए कुछ ऐसा बोला जिसके बाद सदन बैठे पुरुष सांसदों से लेकर महिला सांसदों ने आपत्ती जताते हुए विरोध जताया। आपको बता दें कि आजम खान ने ऐसे असंसदीय भाषा का प्रयोग किया जिसे
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उसे संसदीय रिकॉर्ड से हटवा दिया।
आजम खान ने कहा-दे दूंगा इस्तीफा इतना ही नहीं लोकसभा के स्पीकर (
Lok Sabha Speaker ) ने भी आजम खान से माफी मांगने को कहा लेकिन आजम खान मांफी मांगने के बजाय सदन से वॉक आउट कर गए और कहा कि अगर उनका बयान गलत है तो वह इस्तीफा देने को तैयार है। यहां तक की
अखिलेश यादव (
akhilesh yadav ) ने भी आजम खान के बयान पर समर्थन करते हुए कहा कि उनकी मंशा गलत नहीं थी। उन्होंने बहन मानते हुए कहा है।
‘संसद में रहने का हक नहीं’ वहीं अब जया प्रदा ने कहा कि ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि जनता ऐसे लोगों को चुनकर संसद में लाती है। आजम खान बदजुबानी के मशहूर आदमी है। आज इस तरह की हल्की बात करके महिला सांसद और लोकसभा स्पीकर के चेयर को अपमानित किया है। इसकी मानसिक स्थिति खराब है। इस तरह के व्यक्ति को संसद में रहने का हक नहीं है। भारत में रहना है तो महिलाओं का सम्मान करना सीखना चाहिए।’
‘पब्लिसिटी के लिए बोलते हैं ऐसा’ इसके आगे जया प्रदा ने कहा कि पब्लिसिटी में रहने के लिए वह इस तरह की बात करते हैं। रमा देवी महिला हैं और बुजुर्ग हैं उनके लिए इस तरह की बात करने की हिम्मत कैसे हुई। लोकसभा स्पीकर के लिए आप इस तरह की बात करते हो आप सांसद हो या रोमांटिक रोमियो।’