बता दें कि रामपुर लोकसभा की सीट आजम खान के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। अब इस सीट पर 23 जून को वोट डाले जाएंगे। उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अभी तक किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है। उपचुनाव के लिए अभी तक डॉ. तजीन फातिमा के साथ आसिम राजा नामांकन पत्र खरीद चुके हैं। वहीं, भले ही कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, लेकिन नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां के नाम पर उनके पीआरओ काशिफ खान ने पर्चा खरीदा है। अगर कांग्रेस नवेद मियां को प्रत्याशी बनाती है तो मुकाबला त्रिकोणीय होने केे आसार हैं। क्योंकि बसपा पहले रामपुर से प्रत्याशी उतारने से मना कर चुकी है।
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बाहुबली मुख्तार अंसारी को झटका, लखनऊ की कोर्ट से बेल अर्जी खारिज आजम खान पर निर्भर पत्नी या बहू लड़ेगी चुनाव सूत्रों की मानें तो सपा आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा या फिर बहू सिदरा खान को उपचुनाव के मैदान में उतार सकती है। यह सिर्फ आजम खान पर निर्भर है कि वह किसे उतारेंगे। वहीं, भाजपा पहले ही अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर चुकी है। भाजपा ने रामपुर लोकसभा सीट से बरेली-रामपुर एमएलसी सीट से पूर्व एमएलसी घनश्याम लोधी पर भरोसा जताया है। माना जा रहा है कि अगर नवेद मियां भी मैदान में उतरे तो त्रिकोणीय मुुकाबला पक्का है।
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अनुसूचित जाति के छात्रों को यूपी सरकार का बड़ा तोहफा, उठाने जा रही ये कदम सपा का दावा सबसे मजबूत बता दें कि रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का दावा मजबूत है। क्योंकि रामपुर को आजम खान का गढ़ कहा जाता है। जेल में रहते हुए भी उन्होंने विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हालिस की थी। अब जब वह जेल से बाहर आ गए हैं तो सियासी रुतबा लोगों को और आकर्षित कर सकता है।