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नगर पालिका की लापरवाही के चलते यहां हर राेज हाईवे किनारे आग लगती रहती है और जहरीला धुंआ आबे हवा में घुलता रहता है। कई बार यह आग भयंकर रूप भी धारण कर चुकी है लेकिन विभाग की लापरवाही से हर राेज य हां कूड़े में इसी तरह से आग लगाई जाती है। पिछले दिनाें दमकल विभाग की ओर से दी गई अपनी रिपाेर्ट में जिले में हाे रही आग की घटनाओं के लिए इस लापरवाही काे भी जिम्मेदार ठहराया गया था लेकिन काेई कार्रवाई नहीं हाे सकी। ना ही इन घटनाओं को रोकने के लिए कोई सटीक प्रयास नहीं किए।नवाबजादी की फ़ोटो हाेटल मीनू कार्ड पर छापने का मामला, रामपुर के नवाबजादे ने चीन के होटल समेत पाकिस्तान की क्राफ्ट कंपनी काे भेजा नाेटिस
कूड़े की आग की लपटों से लॉकडाउन में हाे चुकी बड़ी दुर्घटनाएक माह पहले लॉकडाउन के दौरान जब सभी दुकाने बंद थी। तब दिल्ली- लखनऊ हाइवे 9 पर कोतवाली सिविल लाइन स्थित पायल रेस्टोरेंट के ठीक सामने कूड़े के ढेर में आग लग गई थी। आग इतनी भयंकर थी कि लपटों ने बंद पड़ी लोहे की चादर से बनी जूतों की दुकान को चपेट में ले लिया था। इस दुर्घटना में दुकान में रखें 9 लाख रुपये के शूज और स्लीपर जलकर खाक हो गए थे।
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एक माह बाद दोबारा से वहीं पर रात में आग लगी है। इस बार गनीमत ये रही की फायर की कई गाड़ियां मोके पर पहुंची और उन्होंने आग पर काबू पा लिया। 21 मई की रात को दिल्ली-नैनीताल हाइवे किनारे ताशका गाँव के ठीक सामने कूड़े की आग की लपटों ने भयंकर रूप धारण करर लिया था बाद में यहां भी दमकलकर्मियों की टीम ने आग की लपटों पर काबू पाया था। इस घटना से एक माह पहले बरेली गेट से आगे कूड़े के ढेर में भयंकर आग लगी थी। बुधवार काे ज्वालानगर सीओडी कालोनी में सड़क किनारे भीषण आग लगी।Unlock 1.0 शुरु होते ही इस शहर में दौड़ पड़ी विकास की गाड़ी, जारी हुए 122 करोड़ के टेंडर
नगर में सड़क किनारे हाइवे किनारे पड़े कूड़े के ढेरों में अक्सर आग लगती है। हवा तेज चलती है ताे आग की लपटें फैलने लगती हैं। एक माह में जिले में कई घटनाएं हाे चुकी है लेकिन इनकों लेकर प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। नगर वासियों का यही कहना है कि यह लापरवाही कभी भी बड़ी दुर्घना की वजह बन सकती है।दुकान और प्लॉट खरीदने वालों के लिए सुनहरा मौका, 20 जून है आखिरी तारीख, जानिए क्या है कीमत
पत्रिका की पड़ताल में पता चला कि नगर की सड़कों किनारे कोई भी कूड़ा करकट फेंक कर चला जाता है लेकिन नगर पालिका की ओर से काेई कार्रवाई नहीं की जाती। नगर पालिका के कुछ कर्मचारी भी जहां तहां कूड़ा फेंक देते हैं। आम दुकानदार लोग भी कूड़ा अपनी दुकानों के आसपास सड़क किनारे हाइवे किनारे फेंक देते हैं। सड़क चलते कोई राजगीर सिगरेट बीड़ी जलाकर माचिस की तीली को वहीं फेंक देता है। इससे आग लगती है धीरे-धीरे फैलने लगती है। फिर यही आग विकराल रूप धारण कर लेती है। हर राेज जिले में ऐसा हाे रहा है इससे यहा की आबाेहवा भी जहरीली हाे रही है। कूड़ा प्लास्टिक पॉलिथीन और थर्माकोल का भी वेस्ट हाेता है। जिले में हर दूसरे दिन यह घटनाएं हाे ही है लेकिन आज तक काेई एफआईआर तक नहीं लिखी गई है। नगरपालिका ईओ बोले
नगर पालिका ईओ इंद्र शेखर मिश्रा से जब इस बारे में बात की गई ताे उन्हाेंने कहा कि, सड़क किनारे लगने वाली आग की घटनाओं को लेकर अक्सर हम कार्रवाई करते हैं। पिछले एक माह से कोई कार्यवाही नहीं हुई है। सभी मामलाे काे गंभीरता लेकर कार्रवाई कराई जाएगी।