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Video: रामपुर के नवाबों के पास मिले हजारों हथियार, अभी दो दिन और लगेंगे गिनने में

Highlights आर्मरी में सोने व चांदी जड़ी तलवारें भी मिलीं पहले दिन केवल 400 हथियार ही गिने गए ज्‍यादातर हथियार विदेशी कंपनियों के हैं

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रामपुर। नवाबों की संपत्ति के बंटवारे की प्रक्रिया के तहत सोमवार (Monday) को टीम कोठी खासबाग पहुंची। वहां एडवोकेट कमिश्नर, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी के सामने आर्मरी के ताले खोले गए। रियासतकालीन असलहाखाने में नवाबों के हथियारों का जखीरा मिला। यहां रखे सोने और चांदी से जड़े हथियार देखकर लोगों की आंखें खुली रह गईं। पहले दिन केवल 400 हथियारों की गिनती की जा सकी है। अभी हथियारों की यह गिनती दो दिन और चलेगी।

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सुप्रीम कोर्ट ने दिया था यह आदेश

दरअसल, रामपुर (Rampur) रियासत के नवाबों की खरबों की संपत्ति का मामला कोर्ट पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर अंतिम नवाब रजा अली खां की संपत्ति के बंटवारे की प्रक्रिया चल रही है। नवाब की संपत्ति का बंटवारा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कानून के अनुसार सभी वारिसों में करने का आदेश दिया गया था। संपत्ति के सर्वे और मूल्याकंन के लिए जिला जज ने एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किए हैं। सोमवार को एडवोकेट कमिश्नर अरुण प्रकाश सक्सेना व मुजम्मिल हुसैन और डीएम आंजनेय कुमार सिंह समेत पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी कोठी खासबाग पहुंचे। इस दौरान नवाब खानदान के सदस्‍य भी वहां मौजूद रहे।

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जंग लगने से ज्‍यादातर हथियार बेकार

अधिकारियों की मौजूदगी आर्मरी के ताले खोले गए। कुछ तालों को तोड़ दिया गया। आर्मरी में हजारों हथियार मिले। ये अलमारियों व संदूकों में रखे हुए थे। इनमें तलवारें, भाले, खंजर, पिस्टल, रायफल, बंदूकें और अन्य हथियार हैं। ये हथियार लंदन, हॉलैंड, जर्मनी, स्पेन, अमेरिका, जापान आदि देशों की प्रमुख कंपनियों के हैं। इनमें रामपुर में निर्मित हथियार भी शामिल हैं। यहां सोने, चांदी और रत्न जड़ित तलवारें व चाकू भी मिले हैं। ज्‍यादातर हथियार जंग लगने के कारण बेकार हो चुके हैं। हथियारों की गिनती कराई जा रही है। इसमें अभी दो दिन और लग सकते हैं। एडवोकेट कमिश्नर सौरभ सक्सेना का कहना है कि हथियारों की संख्‍या हजारों में है। उनकी गिनती कराई जा रही है। मंगलवार को भी यह प्रक्रिया चलेगी। ज्यादातर हथियार विदेशी कंपनियों के हैं।

ये हथियार मिले हैं

- 77 रायफलें हैं, जो 223, 450, 477, 500 व 577 बोर की हैं। अब इनके कारतूस भी नहीं मिलते हैं।
- 50 रिवॉल्वर 450, 38, 25, 22 व 32 बोर के हैं। 38 व 450 बोर आम लोगों के लिए प्रतिबंधित हैं।
- 5 बंदूकें 12 व 16 बोर की हैं।
- 50 पिस्टल ऐसी हैं, जिनमें बारूद व छर्रे ठोके जाते थे।