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रामपुर। चुनाव आयोग ने सपा के दिग्गज नेता आज़म खान पर 48 घंटे की पाबंदी लगाई। तो, इधर समाजवादी पार्टी समर्थक मोर्चा ने इत्थानिये प्रशासन के खिलाफ़ मोर्चा खोलते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार, राष्ट्रीय महिला आयोग, मंडलायुक्त मुरादाबाद मंडल और पुलिस महानिरीक्षक बरेली जोन बरेली को शिकायती पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजे हैं। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि 23 अप्रैल को मतदान के दिन रामपुर में मुस्लिम बाहुबल इलाक़ों में मुस्लिम महिलाओं को पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने वोट नहीं डालने दिया। उन्हें बूथ से हटाया गया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
समाजवादी समर्थक मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष ने बताया कि 23 अप्रैल के दिन स्थानिये प्रशासन ने जो भी दुर्व्यवहार किया उसकी वीडियो व फुटेज हैं। जिन अफसरों से शिकायते हमने की हैं वह जब भी जांच पड़ताल को हमे बुलाएंगे तो हम उनको वह सभी साक्ष्य उपलब्ध कराएंगे जो आरोप हम इस शिकायती पत्र में लिख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जरूर कोई एक्शन हमारी शिकायत पर लिया जाएगा।
शिकायती पत्र में स्थानिये प्रशासन पर लगाए हैं यह आरोप
शिकायती पत्र में कहा गया है कि जिला प्रशासन ने मुस्लिमों के बूथ की सुरक्षा ज्यादा कड़ी रखी, जिसको लेकर वोटर दहश्त में रहे और घर से वोट करने पोलिंग स्टेशन तक नहीं आये। वहीं जो आये उन्हें वहां से खदेड़ा गया। उनकी गाड़ियों के टायर पंचर किये गए। तमाम वोटरों पर पुलिस ने लाठियां भांजी। मुस्लिम महिलाओं के नकाब हटाये गये।
वहीं इस पर रामपुर ज़िला अधिकारी ने कहा कि हर किसी को अपनी शिकायत करने का अधिकार है। वह करें। हमने ज़िले में शांतिपूर्ण मतदान कराया है, बिना किसी छिटपुट हिंसा के यहां मतदान सम्पन्न हुआ है।
Published on:
01 May 2019 06:04 pm
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