
urea crisis news
यह बात अलग है कि पिछले तीन-चार दिन से कई केंद्रों पर यूरिया खत्म हो चुका है। शहर के दिलीप नगर, विरियाखेड़ी और कृषि उपज मंडी स्थित एमपी एग्रो के खाद वितरण केंद्र पर यूरिया की मांग करते हुए किसान सुबह से शाम तक चक्कर लगा रहे हैं। किसानों का कहना है कि दो-दो बोरी के लिए भटकना पड़ रहा है। हम तब आ रहे है जब जरूरत है, फिर भी नहीं मिल रहा है।
दो-दो बोरी के लिए भटक रहे
कई केंद्रों पर तीन दिन से यूरिया नहीं, विभाग कह रहा लग रही है रेंक, 2 हजार मेट्रिक टन यूरिया सोसायटियों में बचा किसान कैलाश वसुनिया और भेरूलाल ने बताया कि हम मोहनपाड़ा के निवासी है, यूरिया के लिए आए थे, लेकिन मंगलवार को आने के लिए कहा है। दो बोरी के लिए परेशान हो रहे हैं। सोसायटी में खाता नहीं है, इसलिए नहीं देते। दिलीप नगर और मंडी में मिलता है वहा भी खत्म हो गया है। अब या तो उधार लेंगे या फिर अधिक दाम से बाजार से खरीदना पड़ेगा।
लगने वाली है रेंक
रविवार-सोमवार को रेंक लग जाएगी। सोसायटियों में खाद है। डबल लॉक में खाद नहीं है। 32 हजार मेट्रिक टन यूरिया आज चुका है, इसमें से 30 हजार मेट्रिक टन का वितरण किया जा चुका है। 2 हजार शेष बचा हुआ है।
विजय चौरसिया, कृषि विभाग उप संचालक, रतलाम
Published on:
11 Dec 2022 12:12 pm
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