31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

12 से 14 साल के बच्चों को वैक्सीनेशन, बच्चों को लगाई जा रही ये खास वैक्सीन, 31 स्कूलों में बने सेंटर

12 से 14 साल के बच्चों को वेक्सीन लगाने की शुरुआत हो गई है। जिलेभर के बच्चों में वैक्सीनेशन के प्रति खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।

2 min read
Google source verification
News

12 से 14 साल के बच्चों को वैक्सीनेशन, बच्चों को लगाई जा रही ये खास वैक्सीन, 31 स्कूलों में बने सेंटर

रतलाम. प्रदेशभर की तरह रतलाम में भी 12 से 14 साल के बच्चों को वेक्सीन लगाने की शुरुआत हो गई है। खासबात ये है कि, जिलेभर के बच्चों में वैक्सीनेशन के प्रति खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह से ही अच्छी संख्या बच्चे जिले के 31 स्कूलों में बने वेक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर अपना डोज ले रहे हैं।

सेंटर पर बच्चों के बैठने की और अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके साथ ही, चॉकलेट और ओआरएस की भी व्यवस्था गई है। चिकित्सक भी सेंटर पर उपलब्ध हैं। बच्चों को वैक्सीन के पहले सारी जानकारी देने के साथ साथ उनके मन से हर तरह के संकोच को दूर करने के साथ साथ वैक्सीनेशन के फायदे बताकर उनका डोज दिया जा रहा है। खास बात ये है कि, स्कूलों में बच्चों को वैक्सीन लगने के बाद मंच पर बुलाकर बोलने को भी कहा जा रहा है। इस माहौल में बच्चों ने हस्ते मुस्कुराते वेक्सीन लगवाई।

यह भी पढ़ें- RTO का बाबू रिश्वत लेते कैमरे में कैद, भ्रष्टाचार के बड़े मामले का खुलासा


बच्चों के लिए आई अगल वैक्सीन

जिले में 12 से 14 उम्र के 60 हजार बच्चे चिन्हित हैं। वहीं, उनके पास में जिस स्कूल में सेंटर हैं, वही वैक्सीन बच्चों को लग सकेगा। इस बार बच्चों के लिए खास वेक्सीन आया है जिसका नाम कॉर्बिवेक्स है। बताया जा रहा है कि, यह वेक्सीन बच्चों के शारीरक सरंचना और क्षमता के अनुरूप तैयार किया गया है, जो बच्चों के लिए ज्यादा उपयुक्त है।

यह भी पढ़ें- 150 करोड़ का राशन घोटला, सरकार ने रोका खाद्यान्न और केरोसिन का आवंटन रोका, जांच के आदेश


संबंधित स्कूल में जाकर लगा सकेंगे टीके

अधिकारियों ने बताया कि बच्चों को वैक्सीन के लिए अपने स्कूल जाने की बाध्यता नहीं होगी। वे अपने दस्तावेज लेकर पास के किसी भी स्कूल में टीका लगवा सकते हैं। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कई बच्चों के स्कूल घर से बहुत दूर हैं ऐसे में उन्हें परेशान बचाने यह व्यवस्था की गई है।