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आम आदमी का काम सरलता से हो जाए, उसे भटकना नहीं पड़े

कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को बैठक में दिए निर्देश

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Ratlam Collector

Ratlam Collector

रतलाम. राजस्व विभाग सीधे जनता से जुड़ा है, आम आदमी का काम सरलता से हो जाए उसे भटकना नहीं पडे। उसको अपना काम कराने के लिए जुगाड़ नहीं करना पड़े, किसी की सिफारिश नहीं लगानी पड़े। इस प्रकार का सुशासन राजस्व अधिकारी अपने दैनिक कार्यों में लाएं। यह निर्देश कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने राजस्व अधिकारियों की रविवार दोपहर आयोजित बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर जमुना भिड़े, एसडीएम रतलाम ग्रामीण एमएल आर्य, जावरा एसडीएम हिमांशु प्रजापति, शहर एसडीएम अभिषेक गेहलोत, सैलाना एसडीएम कामिनी ठाकुर, आलोट एसडीएम राजेश शुक्ला, जिला आपूर्ति अधिकारी एसएच चौधरी, Ratlam तहसीलदार गोपाल सोनी आदि उपस्थित थे।

सोमवार को प्रथम डोज कंप्लीट

कलेक्टर पुरुषोत्तम ने बैठक में निर्देश दिए कि अब जिले में कोरोना वैक्सीन का प्रथम डोज ज्यादा से ज्यादा 15 सितंबर तक पूर्ण कर लिया जाना है। इसके लिए एसडीएम सुनियोजित ढंग से कार्य योजना तैयार करें। सप्ताह में अपने अधीनस्थ सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों को एक साथ प्रथम डोज के कार्य में लगा दिया जाएं। जावरा एसडीएम श्री हिमांशु प्रजापति ने बताया कि सोमवार को 8000 वैक्सीन एक साथ लगाकर जावरा शहर में प्रथम डोज लक्ष्य पूर्ण कर लिया जाएगा। रतलाम ग्रामीण में भी 4000 वैक्सीन लगाए जाएंगे। कलेक्टर ने सैलाना, बाजना क्षेत्र में विशेष रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश एसडीएम को दिए। सैलाना, बाजना क्षेत्र में अभी प्रथम डोज के 24000 वैक्सीन लगना बाकी है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि हर गांव में एक जिम्मेदार व्यक्ति तैनात किया जाए जो गांव में टीकाकरण की विशेष रूप से मॉनिटरिंग करें।

चालू माह में लक्ष्य दुगना

बैठक में कलेक्टर द्वारा राजस्व वसूली की समीक्षा की गई। रतलाम ग्रामीण, नामली, पिपलोदा तथा बिलपांक में वसूली कमजोर पाई गई। संबंधित तहसीलदार व नायब तहसीलदारों के प्रति सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। कलेक्टर ने पिछले महीने के छुटे लक्ष्य को इस महीने में जोड़ने के निर्देश दिए। कार्य नहीं करने के कारण इस माह उन तहसीलदारों को वसूली के लिए दुगना कार्य करना पड़ेगा। इस तारतम्य में पिपलोदा तहसीलदार 10 लाख रुपए वसूल करेंगे तो जावरा 25 लाख एवं ताल तहसीलदार 8 लाख वसूल करेंगे। वसूली में खराब परफॉर्मेंस पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कलेक्टर द्वारा दिए गए लक्ष्य की वसूली तहसीलदार अगर नहीं कर पाता है तो उसे राजस्व अधिकारी के रूप में कार्य करने का अधिकार नहीं है।

IMAGE CREDIT: patrika

एक माह में निराकृत करेंगे

बंटवारा, नामांतरण, सीमांकन की समीक्षा में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि तहसीलदार 6 माह से ऊपर के प्रकरण पेंडिंग नहीं रखें। ऐसे प्रकरणों का निपटारा आगामी एक माह में शत-प्रतिशत रूप से कर दिया जाए। जिले के नामली में 15, सैलाना में 23 तथा मुंदड़ी में 13 ऐसे प्रकरण पाए गए जो 6 माह से ऊपर लंबित है।

नियत सीमा में ही खनन हो

खनिज विभाग की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने तहसीलदार को निर्देश दिए कि खनन करने वाला व्यक्ति निर्धारित भू-सीमा से ज्यादा खनन नहीं करने पाए। तहसीलदार नियमित चेकिंग करें, गड़बड़ी पाए जाने पर तहसीलदार जिम्मेदार होगा। खनन स्थल पर सीमांकन चिन्ह होना आवश्यक है। खनिज अधिकारी से कहा कि नियमित निरीक्षण कार्रवाई करते रहें। कलेक्टर ने इस बिंदु पर चर्चा करते हुए तहसीलदारों से कहा कि उचित मूल्य राशन, खनन आदि बिंदुओं पर तहसीलदारों की नियमित रिपोर्ट प्राप्त होनी चाहिए। यदि उनके द्वारा कोई कार्यवाही रिपोर्ट प्राप्त नहीं होती तो मान लिया जाएगा कि आपके यहां सब अच्छा चल रहा है और यदि फिर शिकायत आती है तो तहसीलदार के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित रूप से की जाएगी।

मतलब काम नहीं किया जा रहा

कलेक्टर ने बैठक में राजस्व अधिकारियो को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को अत्यंत गंभीरता से ले। यदि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में आपके क्षेत्र की शिकायतें बढ़ती हैं तो यह माना जाएगा कि आपके द्वारा काम नहीं किया जा रहा है। समीक्षा में कलेक्टर ने पाया कि रतलाम ग्रामीण में 87, जावरा में 125, रतलाम शहर में 70 तथा आलोट में 96 राजस्व संबंधी शिकायतों का निराकरण लंबित है। कलेक्टर ने कहा कि राजस्व अधिकारी आम आदमी की समस्या निराकरण के लिए संवेदनशीलता से कार्य करें।

पटवारी की जिम्मेदारी तय करें

बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि राजस्व विभाग की शिकायतों के निराकरण के लिए पटवारी की जिम्मेदारी तय की जाए। पटवारी आवेदक के पास पहुंचे, उससे चर्चा करें। आवेदक की संतुष्टि होने पर शिकायत फोर्स क्लोज की जाए। बताया गया कि राजस्व विभाग की 100 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों में रतलाम में 51, जावरा में 36, आलोट में 27, रतलाम ग्रामीण में 21 तथा ताल में 19 शिकायतें निराकरण से लंबित है। 31 अगस्त की स्थिति में राजस्व विभाग से संबंधित 189 शिकायतों को कलेक्टर ने चालू माह में शून्य की स्थिति में लाने के निर्देश दिए।

निकाय प्रशासक की जिम्मेदारी निभाएं

कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि राजस्व अधिकारियों को जिले के नगरीय निकायों के प्रशासक की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है, उसका निर्वहन ईमानदारी से करे। अभी ताल तथा आलोट में स्थिति खराब है वहां पीएम स्वनिधि तथा क्रेडिंट लिंकिंग कार्य नही हो रहा है। प्रत्येक निकाय को 5-5 प्रकरण बैंक से स्वीकृत करवाकर वितरण का लक्ष्य दिया गया है, उसे पूरा करें। नामली में एक भी प्रकरण स्वीकृत नहीं करवाया गया है। धामनोद में भी यही स्थिति है।

मंदिर के जीर्णोद्धार के सम्बन्ध में निर्देश

बैठक में कलेक्टर ने बाजना तहसीलदार को निर्देशित किया कि बाजना के राधाकृष्ण मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य योजना पर कार्य करें। इसी तरह शहर एसडीएम को निर्देशित किया कि गुलाब चक्कर पर बैण्ड स्टेण्ड निर्माण के लिए कार्य करें। कलेक्टर द्वारा बैठक में धारणा अधिकार, पीएम तथा सीएम किसान सम्मान निधि की भी समीक्षा की गई।

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उज्जवला योजना की जानकारी

बैठक में कलेक्टर द्वारा शासन के निर्देशानुसार जिले में अन्न उत्सव आयोजन तथा उज्जवला योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की गई। राशन दुकानों के निरीक्षण सम्बन्धी रिपोर्ट भेजने के निर्देश तहसीलदारों को दिए गए। सभी एसडीएम को उनकी स्थानीय गैस कम्पनियों की बैठक लेने के लिए निर्देशित किया गया।

कलेक्टर प्रति बुधवार भ्रमण करेंगे

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति देखी जाएगी। इसके लिए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को ग्रामीण क्षेत्र का भ्रमण करेंगे। संबंधित विभागीय अधिकारी भी साथ रहेंगे। अधिकारियों का दायित्व रहेगा कि संबंधित ग्राम की अपने विभाग से संबंधित समस्त जानकारी तथा उस ग्राम में चल रही योजना लाभान्वितों की संख्या इत्यादि जानकारी अपने साथ रखेंगे।

विभाग की बैठक नहीं

भ्रमण के दौरान मुख्य रुप से जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री, महिला बाल विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला आपूर्ति अधिकारी, उपसंचालक कृषि, डीपीसी अनिवार्य रुप से जानकारी के साथ मौजूद रहेंगे। अन्य किसी विभाग के अधिकारी की जरुरत पर उसे पृथक से सूचित किया जाएगा। कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि बुधवार के दिन संबंधित अधिकारी अपने विभाग की बैठक या अन्य गतिविधि नहीं रखे।