
राशन कार्ड के लिए दो हजार मांगे, सचिव की शिकायत की
रतलाम। सरकार शासकीय योजनाओं का लाभ आम जनता को देने के लिए भले ही ढीढोरा पीट रही है, लेकिन शासकीय कारिंदों की वजह से हितग्राहियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कुछ ऐसा ही मामला रतलाम जिले की पिपलौदा तहसील की ग्राम पंचायत रणायरा का सामने आया यहां पर पीडि़त नानालाल हायरी पिछले दो महीने से पंचायत के जिम्मेदारंों के सामने अपना राशनकार्ड बनाने के लिए भटक रहा है। पहले तो पंचायत के जिम्मेदारों ने पूरी प्रक्रिया के तहत कागजात बनाने को कहा। जब पीडि़त कागजात पूरे कर सह सचिव भुवनेश्वर जोशी के के पास पहुंचा तो उससे सचिव ईश्वरलाल कुमावत से बात कराई तो उन्होंने दो हजार रुपए की मांग की है व 15 दिन में राशनकार्ड बनाने कहा। ऐसे में पीडि़त परेशान हो रहा है। आखिरकार में परेशान होकर उसने मंगलवार को जावरा जनसुनवाई में एसडीएम व व मुख्यमंत्री हैल्प लाइन पर इसकी शिकायत दर्ज करा दी। दो दिन बाद तक कोई असर नहीं दिखाई दिया।
मैंने कहा जो टैक्स होगा वह देना पड़ेगा
सचिव ईश्वरलाल कुमावत ने कहा कि मैंने पीडि़त को लोक सेवा केन्द्र पर आवेदन देने को कहा है। वहां से आवेदन आने पर राशनकार्ड बना दूंगा। मैंने कोई रिश्वत नहीं मांगी। मैंने कहा कि जो टैक्स बकाया होगा वह जमा कराना पड़ेगा।
जनसुनवाई में कोई शिकायत आई होगी तो उसे दिखवाता हूं। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- मोहन आर्य, एसडीएम जावरा।
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एनएसयूआई ने प्रभारी प्राचार्य को दिया ज्ञापन
जावरा. शासकीय भगतसिंह महाविद्यालय में अनुसूचित जाति एवं जनजाति को दी जाने वाली स्टेशनरी में घटिया सामग्री वितरित किए जाने की शिकायत एनएसयूआई ने प्रभारी प्राचार्य से की है। इस दौरान एनएसयूआई के प्रेमनारायण गुजराती ने प्रभारी प्राचार्य से चर्चा की तथा सही गुणवत्ता की स्टेशनरी दी जाने की मांग की। प्रभारी प्राचार्य को चेतावनी भी दी की जब तक क्रय समिति द्वारा टेंडर की विज्ञप्ति एवं बुलाये गए नमूने, सेम्पल एससी-एसटी के छात्र प्रतिनिधि को नही दिखाये जाए, तब तक स्टेशनरी का वितरण महाविद्यालय द्वारा नही किया जाए।
Published on:
14 Sept 2018 05:31 pm
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