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डेढ़ वर्ष बाद ब्रिज में किया रेलवे ने सुधार

30 की गति से चलती थी राजधानी सहित सभी ट्रेन

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Dahod Godhra Bridge

रतलाम। रेलवे ने मंडल के दाहोद-गोधरा सेक्शन के ब्रिज नंबर ५४ से करीब डेढ़ वर्ष से ३० किमी की गति से राजधानी एक्सपे्रस सहित अन्य ट्रेन को चलाया जा रहा था। पत्रिका ने सबसे पहले ये बताया था की इस ब्रिज में टूट है, रेलवे गति कम करके ट्रेन चला रही है, लेकिन इसमे सुधार कार्य नहीं कर रही है। डेढ़ वर्ष बाद रेलवे ने नए डीआरएम आरएन सुनकर के आते ही ब्रिज में सुधार कार्य पांच घंटे का मेगा ब्लॉक लेकर किया। अब इस ब्रिज से 110 की गति से राजधानी सहित अन्य ट्रेन चला करेगी।

इस ब्रिज पर रेलवे ने पुराने गडर को बदलकर नया कंपोजिट गडर लगाया है। पश्चिम रेलवे के मुख्य पुल इंजीनियर अजय गोयल ने पत्रिका की खबर पर संज्ञान लेकर ब्रिज पर गडर बदलने की योजना बनाई थी। इसको पहले जोन व बाद में रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिलने में समय लगा। बाद में बोर्ड से मंजूरी मिली तो भी ब्लॉक देने में समस्या थी। क्योकि मंडल में ब्लॉक नहीं दिया जा रहा था।

ब्लॉक के अभाव में रखरखाव नहीं

नए डीआरएम सुनकर ब्रिज विभाग के मुख्य इंजीनियर इलाहाबाद में थे। वे रतलाम आए तो सबसे पहले उन्होने ब्रिज आदि की जानकारी ली। तब उनको पता चला की मंजूरी के बाद भी ब्लॉक के अभाव में ब्रिज का रखरखाव नहीं हो रहा है व प्रतिदिन करीब 180 यात्री व इतनी ही मालगाडि़यों को 20 से 30 की गति से ब्रिज नंबर 54 से निकाला जा रहा है। इसके बाद डीआरएम सुनकर ने मुख्य पुल इंजीनियर गोयल से बात करके इसके रखरखाव की तैयारी की।

समय से पहले हुआ काम

रेलवे अधिकारियों के अनुसार ब्रिज नंबर 54 पर के्रक आ गया था। ये के्रक मंगलमहुड़ी-लिमखेड़ा सेक्शन में ५१०-९ से ५१०-१५ किमी के बीच आया था। इसके बाद अप लाइन पर करीब ७० टन का गडर डालने का कार्य हुआ। वैसे तो रेलवे ने इस कार्य को करने के लिए सुबह ११.२० बजे से शाम ४.५० बजे तक का ब्लॉक लिया था, लेकिन डीआरएम सुनकर व पश्चिम रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों के चलते ये कार्य शाम ४.३० बजे ही हो गया। दो क्रेन की सहायता से यहां कार्य समय के पूर्व हुआ। रेलवे के अनुसार अब इस ब्रिज से १०० किमी की गति से ट्रेनों को चलाया जाएगा।

ब्रिज का सही रहना बेहद जरूरी है

मंडल में ब्रिज, ट्रैक व मेरे कर्मचारी सही रहना बेहद जरूरी है। ये सभी सही रहेंगे तो रेल भी सही रहेगी। इसके बाद यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या न होगी।

- आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक, रतलाम रेल मंडल