
Do not forget about pregnant women during sun and moon eclipse 2019
रतलाम। वर्ष 2019 में आकाशगंगा में तीन सूर्य ग्रहण (
solar eclipse 2019 ) तो दो चंद्र ग्रहण ( Lunar Eclipse 2019 )होना है। इसमे से एक सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण हो गया है। अब अगला सूर्य ग्रहण 2 जुलाई को तो चंद्र ग्रहण 16-17 जुलाई की रात होगा। ग्रहण सूर्य का हो या चंद्र ग्रहण, कुछ कार्य गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी नहीं करना चाहिए। न तो उनको व उनके गर्भ के लिए परेशानी वाला साबित होता है। ये बात रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी वीरेंद्र रावल ने कही। वे इंद्रा नगर में भक्तों को ग्रहण व उस दौरान नहीं किए जाने वाले कार्य के बारे में बता रहे थे।
ज्योतिषी रावल ने कहा कि सूर्य या चंद्र ग्रहण उस समय लगता है जब सूर्य चंद्र का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता है। हिंदू धर्म में ग्रहण का विशेष महत्व होता है। ग्रहण के दौरान अनेक बातों का ख्याल रखना चाहिए। विशेष कर गर्भवती महिलाओं को। गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे को ग्रहण के असर से बचाकर रखना चाहिए।
भूलकर भी न करें
2 जुलाई को वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण व 16-17 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ग्रहण काल के दौरान इस कार्य को भूल कर भी न करें।
-ऐसी मान्यताएं हैं कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े सिलना आदि के काम से बचना चाहिए। इन कार्यों को भूल कर भी नहीं करना चाहिए। इससे उनके जन्म लेने वाले बच्चे को शारीरिक दोष हो सकता है।
स्नान कर लेना चाहिए
-ग्रहण के दौरान या उसके बीच में भोजन भूल कर भी न करें, यही नहीं खाना पकाना, सोना, सजना और संवरना नहीं चाहिए।
-ऐसी मान्यता है कि ग्रहण खत्म होते ही गर्भवती महिला को जरूर स्नान कर लेना चाहिए। ऐसा नहीं करने से जन्म लेने वाले बच्चे को त्वचा संबंधी रोग हो सकता है।
घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए
- गर्भवती महिला को ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए तुलसी का पत्ता अपनी जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए। यह उसके लिए फलदायी होगा।
- जब ग्रहण लग जाए तो उस समय घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। हां यह भी ध्यान रखें की ग्रहण का दर्शन तो भूलकर भी न करें।
Published on:
30 Jun 2019 10:51 am
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