एमसीएच की तीसरे माले पर जन्म/मृत्यु पंजीयन संचालित होती है, जहां पर मात्र एक बाबू सुबह से शाम तक सर्वर जाम होने के कारण कम्प्यूटर पर लगा रहता है। बाबू जितेंद्र तम्बोली का कहना है कि हर दिन 80 प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं, लेकिन कुछ दिनों से सर्वर जाम होने के कारण भीड़ अधिक लग रही है, इस कारण कई बार तो लंच करने तक का समय नहीं मिल पाता है, क्योंकि बाहर लोग खड़े रहते हैं। सुबह 40 और शाम को 40 प्रमाणपत्र बनाने के लिए नियमित महिला पुरुष आ रहे हैं। खाचरौद निवासी मांगूबाई छह माह में चार बार अपनी बेटी की बेटी का जन्म प्रमाणपत्र बनाने के लिए चक्कर लगा रही है, लेकिन अब तक नहीं बन पाया है।
छह माह में चार बार लगाए चक्कर, नहीं बना प्रमाणपत्र
खाचरौद भांडला से आई मांगूबाई ने बताया कि एमसीएच में नानी के यहां बेटी का जन्म छह माह पूर्व हुआ था। यहां कागज जमा कराया थे तो कहा था कि 21 दिन बाद आना, जन्म प्रमाणपत्र मिल जाएगा, लेकिन अब तक नहीं बना। लाडली लक्ष्मी योजना में जरूरत है। चार बार चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कभी हड़ताल पर कहा तो कभी अधिक भीड़ लगी रहती है, आज भी कहा कि लाइन में लग जाओ, आज भी भीड़ अधिक है। आंगनवाड़ी से कहा कि जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर लाओ, क्योंकि तभी जाकर लाडली लक्ष्मी योजना से जुड़ पाओंगे, इसलिए चक्कर लगा रहे हैं।
जन्मप्रमाण पत्र में त्रुटि, बच्चे का नहीं बन रहा आधार
सभी दस्तावेज में मेरा नाम लक्ष्मीनारायण है, लेकिन ससुराल वालों में अस्पताल में घर का नाम अर्जुन लिखवा दिया, अब जन्म प्रमाण पत्र में मेरा नाम लक्ष्मीनारायण उर्फ अर्जुन लिख दिया है। अब मैं परेशान हो गया हूं चौथी बार आ चुका हूं। मैने कहा कि आपको जो भी कागज चाहिए मैं लाकर देने को तैयार हूं, लेकिन यह जन्म प्रमाणपत्र में सुधार करवाना है, जो नहीं कर रहे हैं। क्योंकि इस कारण मेरे बेटे का आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है। बाबू ने उक्त व्यक्ति को आधार कार्ड वाले के नंबर दे दिए यहां जाकर मिल लेना।
इनका कहना है
एमसीएच यूनिट में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले सहायक ग्रेड तीन जितेंद्र तम्बोली का कहना है कि सर्वर डाउन होने के कारण कार्य धीमी गति से चल रहा है, वैसे हर दिन 80 के करीब जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनाए जा रहे हैं। कल भी बने थे, आज फिर परेशानी आ रही है।
यहां काम आता जन्म प्रमाण पत्र
सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए
स्कूल में बच्चे के दाखिले के समय
बच्चे का पासपोर्ट बनवाने के लिए
सरकारी नौकरी के दौरान
स्कॉलरशिप के लिए
कानूनी रूप से आयु को आंकने के लिए
विवाह के समय
वंशगत और सम्पत्ति के अधिकारों का समाधान के समय