
रतलाम। भारतीय रेलवे ने अपने यात्रियों को अब तक का सबसे बड़ा तोहफा दिया है। इस तोहफे से उनकी ट्रेन में की जाने वाली यात्रा न सिर्फ ओर आसान बल्कि सुरक्षित भी हो गई है। इसकी शुरुआत देश में रतलाम मंडल से हो रही है। हालाकि रेलवे ने ट्रायल के रुप में इसको दिल्ली-रतलाम-मुंबई राजधानी ट्रेन में किया है, लेकिन रतलाम मंडल देश का पहला एेसा मंडल होगा, जहां पर हर ट्रेन में इस प्रकार की सुरक्षा मिलेगी। तो आए हम जानते है पत्रिका में क्या सबसे बड़ा तोहफा रेलवे ने यात्रियों को दिया है।
अब तक यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म पर सीसीटीवी कैमरे रहे है, लेकिन देश में सबसे पहले रतलाम मंडल ने एक नया प्रयोग करने का निर्णय ले लिया है। अब स्पाय कैमरे से आरपीएफ जवान स्टेशन से लेकर चलती ट्रेन में नजर रखेंगे। इसके लिए करीब 100 स्पाय कैमरे फरवरी माह में खरीदकर इससे नजर रखने का काम भी शुरू हो जाएगा।
कॉलर पर रहेंगे कैमरे
मंडल में अब तक रतलाम, इंदौर, उज्जैन, नागदा व चित्तौडग़ढ़ रेलवे स्टेशन पर सीसी कैमरे लगे हुए है। लेकिन आरपीएफ जवानों को काम के दौरान समस्या तब आती है जब वे ट्रेन में स्कॉटिंग करते है। इस समय आरपीएफ मंडल में करीब 40 यात्री ट्रेन में सुरक्षा का काम कर रही है। एेसे में कई बार प्लेटफॉर्म के जब हर हिस्से को सीसीटीवी कैमरा कवर नहीं करता या ट्रेन में जवान सुरक्षा के लिए रहता है तब ये कैमरे कॉलर पर लगाकर ड्यूटी की जाएगी।
इस तरह होगा काम
आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार मंडल में प्लेटफॉर्म व ट्रेन में ड्यूटी करने वाले जवानो को ये करीब 100 की संख्या में दिए जाएंगे। वे ड्यूटी के दौरान इसको अपनी कॉलर पर लगाएंगे। ट्रेन में गश्त के दौरान कॉलर पर लगा हुआ कैमरा हर यात्री को रिकार्ड करेगा एेसे में अगर ट्रेन में किसी प्रकार का अपराध होता है तो आरपीएफ के जवान के पास पहले से यात्री कॉलर में लगे स्पाय कैमरे में कैद होगा।
इसलिए लिया निर्णय
असल में देश में इस प्रकार के सबसे पहले लिए निर्णय के पीछे का कारण भी दिलचस्प है। कुछ दिन पूर्व उज्जैन सेक्शन में यात्रा के दौरान एक महिला यात्री ने ट्वीट किया की बोगी महिलाओं के लिए आरक्षित है व उसमे पुरुष यात्री सफर कर रहे है। सूचना मिलने के बाद जब जवान गए तो महिला को बताया गया की ये सामान्य बोगी है व इसमे सभी सफर कर सकते है। इसके बाद महिला यात्री ने जवान से सहायोग नहीं करने का विवाद कर लिया। इसके बाद ही ये निर्णय लिया गया की इस प्रकार के विवाद से बचने के लिए ये जरूरी है कि कॉलर पर स्पाय कैमरा हो।
फरवरी से होगी शुरुआत
स्पाय कैमरे की शुरुआत फरवरी माह से होगी। इसके लिए 100 की संख्या में पहले चरण में कैमरे लिए जा रहे है। इससे यात्री सुरक्षा ओर अधिक मजबूत होगी।
- कुमार निशांत, मंडल सुरक्षा आयुक्त, रतलाम रेल मंडल
Published on:
18 Jan 2018 12:47 pm
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