
भारतीय रेलवे : प्रताडऩा की शिकायत करने वाली महिला का तबादला
रतलाम. रेल मंडल कार्यालय में काम करने वाली एक कार्यालय अधीक्षक महिला कर्मचारी ने राज्य महिला आयोग को अपने ही एक पुरुष साथी द्वारा प्रताडि़त करने, अभद्र भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया है। मामले में जांच हो इसके पूर्व ही पीडि़त महिला व जिस पर आरोप लगा, उसका तबादला रतलाम रेल मंडल के सहायक कार्मिक अधिकारी दीपक परमार ने कर दिया। पूर्व में भी रेल मंडल में महिलाओं ने इस प्रकार के आरोप लगाए तो उनके तबादले कर दिए गए थे। मामले में राज्य महिला आयोग को शिकायत के साथ साथ रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को की गई, लेकिन अब तक जांच ही शुरू नहीं हो पाई है।
रेलवे मंडल कार्यालय में एक विभाग की कार्यालय अधीक्षक महिला ने राज्य महिला आयोग को जो शिकायत भेजी है उसमे लिखा है कि उनके अनुभाग के मुख्य कार्यालय अधीक्षक गलत काम की मांग करते है, मेरी फाइल छिपा लेते है, अभद्र भाषा का प्रयोग करते है, यहां तक की अलमारी के ताले व चाबी भी छीपा लेते है। इतना ही नहीं, जब शिकायत सहायक कार्मिक अधिकारी को करते है तो अधिकारी बाद में बोलते है मिल तो गई। इससे मानसिक रुप से परेशान हो गई हूं व अब बर्दाश्त की क्षमता समाप्त हो गई है। अगर भविष्य में कुछ गलत होता है तो इसके लिए सिर्फ संबंधीत कर्मचारी जवाबदेह होंगे।
जांच के आदेश तक नहीं
आमतौर पर नियम है कि जब किसी महिला के साथ प्रताडऩा का कोई मामला होता है तो विभागीय परिवार समिति इस ममले की जांच करती है। इस समिति में वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा एक वरिष्ठ अभिभाषक रहते है। रेलवे में भी इस प्रकार की समिति बनी हुई है, लेकिन महिला द्वारा शिकायत करने के बाद भी इस मामले में कार्रवाई के बजाए तबादला कर दिया गया।
विभागीय जांच होती है पहले
इस प्रकार के मामलों में सबसे पहले विभागीय जांच होती है। इसके बाद आगे का निर्धारण होता है। किसी भी महिला के साथ कुछ गलत हो तो उसको आवाज उठाना चाहिए।
- सबा खान, महिला उत्पीडऩ मामलों की विशेषज्ञ अभिभाषक
कुछ नहीं कहना
इस मामले में कुछ नहीं कहना है। नो कमेंट्स प्लीज।
दीपक परमार, सहायक कार्मिक अधिकारी, रेल मंडल
Published on:
01 Aug 2020 04:28 pm
बड़ी खबरें
View Allरतलाम
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
