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भारतीय रेलवे बनाएगा इंदौर खंडवा के बीच 6 किमी लंबी रेल टनल

तीन चरणों वाली आमान परिवर्तन योजना में बढ़ गई 21 किमी दूरी 6 किमी लंबी टनल बनेगी, रतलाम महू खंडवा रेल प्रोजेक्ट में अब टेंडर की बारी

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Indian Railways News: इस ख़ास किराए पर चार ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराएगा आईआरसीटीसी, पैकेज के साथ में मिलेंगी ये विशेष सुविधायें

Indian Railways News: इस ख़ास किराए पर चार ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराएगा आईआरसीटीसी, पैकेज के साथ में मिलेंगी ये विशेष सुविधायें

रतलाम. लंबे समय से रेल मंडल में चल रही रतलाम-महू-खंडवा रेल प्रोजेक्ट के गेज परिवर्तन कार्य में गति आई है। केंद्र सरकार ने भारी भरकम राशि दे दी है। अब योजना में टेंडर की तैयारी चल रही है। योजना तीन चरण में पूरी हो रही है। भारतीय रेलवे महू-पातालपानी कालाकुंड क्षेत्र में 6 किमी लंबी टनल बनाएगा। इससे 21 किमी की रेल दूरी बढ़ जाएगी। हालांकि पूरे प्रोजेक्ट में करीब 14 टनल रहेगी। वर्ष 2021-22 में केंद्रीय बजट में महू-खंडवा-अकोला बड़ी लाइन परियोजना को सर्वाधिक तवज्जो देते हुए उसके लिए 369 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। इसके बाद 85 करोड़ रुपए अतिरिक्त जून माह में दिए गए।

महू से राजपुरा तक की पूर्व की दूरी 19.46 किमी की थी। नई प्रस्तावित योजना में यह दूरी बढ़कर 39.48 किमी हो गई है। जून में रेलवे ने इस परियोजना के लिए 85 करोड़ रुपए अतिरिक्त मंजूर किए है। वैसे यह पूरी योजना में सबसे पहले 1996 में तत्कालीन रेल राज्यमंत्री सुरेश कलमाड़ी ने इंदौर-महू-खंडवा गेज कन्वर्जन के सर्वे की शुरुआत की थी। अब यह योजना रेलवे तीन चरण में पूरी कर रहा है। इसमे पहले चरण में 139.02 किमी, दूसरे चरण में 64.65 किमी व अंतिम चरण में 48.46 किमी का काम चल रहा है। महू से लेकर योजना में अकेले डॉ. अंबेडकर नगर महू से लेकर मुख्तार बलवारी तक ही रेलवे छोटी बड़ी मिलाकर कुल 14 टनल बना रहा है। इसमे पातालपानी कालाकुंड क्षेत्र में सबसे बड़ी टनल 6 किमी की होगी। इसके अलावा 24 कर्व, 9 लेवल क्रासिंग, कुल 15 ब्रिज जिसमे से 4 बड़े ब्रिज, 9 छोटे ब्रिज, 6 आरओबी, 11 अंडरब्रिज के निर्माण के टेंडर अब निकालने की तैयारी की जा रही है।

फैक्ट फाइल


प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ - 2008 में (रतलाम-अकोला का ही हिस्सा है इंदौर - खंडवा)
लागत - 440 करोड़ रुपए स्वीकृति के दौरान
वर्तमान लागत - 1400 करोड़ रुपए से ज्यादा
प्रोजेक्ट पूरा होता तो 70 किमी दूरी घटती
इंदौर - मुंबई की दूरी 70 किमी कम हो जाएगी।
उत्तर - दक्षिण के बीच ट्रेनों की दूरी 170 किमी तक कम होगी।
दिल्ली - मुंबई मेनलाइन पर दबाव 140 फीसदी तक ये भी कम होगा।

जल्दी जारी होंगे टेंडर

रेलवे ने पूरी योजना पर वर्क आउट कर लिया है। जरूरी राशि भी मंजूर हो गई है। जल्दी ही इस योजना में टेंडर जारी हो जाएंगे।

- विनीत गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक