17 मार्च को मध्यप्रदेश के उज्जैन व इंदौर में रेलमंत्री पीयूष गोयल आए थे। तब उन्होंने भगवान महाकाल के नाम पर ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। इस ट्रेन की घोषणा के बाद से लगातार पैच फंस रहे थे। रेलवे अधिकारी चाहते थे कि ट्रेन सोमनाथ तक के लिए चले, जबकि इंदौर के नेता चाहते थे कि इंदौर-उज्जैन से चलने वाली इस ट्रेन को वाराणसी तक भेजा जाए। अब स्वयं प्रधानमंत्री मोदी इंदौर आ रहे है, इसलिए इस ट्रेन को अधिकारियों की बात मानकर सोमनाथ-वेरावल तक ट्रेन को चलाया जाना तय किया गया है। असल में वाराणसी में 42 दिन का ब्लॉक हाल ही में रेलवे ने लिया है। एेसे में नई ट्रेन सोमनाथ-वेरावल तक के लिए चलेगी।
इंदौर से मंगलवार से नियमित ट्रेन इंदौर से नियमित रुप से मंगलवार को देवास, उज्जैन, रतलाम, गोधरा, बड़ोदरा, आनंद, अहमदाबाद, राजकोट होते हुए चलेगी। वेरावल से गुरुवार को रतलाम के रास्ते इंदौर जाएगी। 23 जून को प्रधानमंत्री मोदी के हाथो ओपचारिक शुरुआत कराई जाएगी। इसके बाद नियमित रुप से साप्ताहिक ट्रेन मंगलवार को इंदौर से व गुरुवार को वेरावल से चलेगी। बड़ी बात ये है कि ये ट्रेन नागदा के रास्ते उज्जैन से रतलाम आएगी। रतलाम व नागदा के साथ उज्जैन, देवास व इंदौर को गुजरात के लिए अतिरिक्त ट्रेन की सुविधा मिल जाएगी।
पढ़ाई का बड़ा केंद्र आणंद जिस तरह पढ़ाई के मामले में कोटा का नाम है, उसी तरह गुजरात में आणंद का नाम है। रतलाम, मंदसौर, नीमच सहित इंदौर व उज्जैन के अनेक विद्यार्थी आणंद में रहकर पढ़ाई करते है। इनको यहां आने-जाने के लिए अतिरिक्त ट्रेन का लाभ मिलेगा।
23 को कराएंगे शुरुआत 23 जून को प्रधानमंत्री इंदौर आ रहे है। इस दिन इंदौर-रतलाम-वेरावल ट्रेन की ओपचारिक शुरुआत कराई जाएगी। इसके बाद साप्ताहिक रुप में इसको मंगलवार को इंदौर व गुरुवार को वेरावल से चलाया जाएगा।
– नागेश नामदेव, सदस्य, टाइम टेबल कमेटी, भारतीय रेलवे