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5जी के दौर में यहां बूथ ऐप नहीं करेगा काम, जानें पहाड़ियों पर कैसे पता चलेगा कितना मतदान

डिजीटल क्रांति के इस दौर में भी जहां हर जगह नेटवर्क की सुविधा है वहीं जिले के दस मतदान केंद्रों पर किसी भी कंपनी की नहीं है पहुंच...

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कोई घटना हो गई या मतदान के आंकड़े नियंत्रण कक्ष में बताने हैं तो कर्मचारी बूथ से 300 मीटर की दूरी में स्थित ऊंचाई पर चढ़ेगा और वहां नेटवर्क मिलने पर फोन लगाएगा। 5जी के दौर में भी जिले के 10 मतदान केन्द्र ऐसे हैं, जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं है। प्रशासन ने इन मतदान केंद्रों के लिए रनर अप-1 और 2 की ड्यूटी लगाई है। रनर अप-1 तो मतदान केंद्र पर रहेगा और रनर अप 2 केंद्र के बाहर वाहन लेकर तैयार खड़ा रहेगा। अगर कुछ सूचना देनी होगी तो 300 मीटर की दूरी पर ऊंचाई पर जाएंगे, मोबाइल नेटवर्क की सुविधा मिलने पर सूचनाएं साझा करेंगे। जिले के 1295 मतदान केंद्रों में से दस मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां किसी भी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क ही नहीं पहुंचा है। ऐसे में मतदान दलों के सामने मतदान की ताजा जानकारी निर्वाचन आयोग तक भेजने का संकट खड़ा हो जाता है।

तीन विधानसभा में हैं ऐसे केंद्र

जिले की पांच विधानसभा में रतलाम शहर को छोड़ दे तो आलोट जैसी दूरस्थ विधानसभा के सभी गांवों के मतदान केंद्रों में नेटवर्क की सुविधा है। इससे इतर रतलाम ग्रामीण का एक, सैलाना के सात और जावरा विधानसभा के दो मतदान केंद्र पर नेटवर्क की समस्या है।

ये हैं दस मतदान केंद्र

नेटवर्कविहिन मतदान केंद्रों में रतलाम ग्रामीण की उमरन का हिम्मतगढ़, सैलाना विधानसभा की प्राथमिक शाला बरड़ा, प्रावि डू्ंगरापूंजा, प्रावि खांदन, प्रावि कागलीखोरा, करबलखोरा, संदला और जानकरा गांव हैं तो जावरा विधानसभा के बड़ी नाल उम्मेदपुरा और माध्यमिक शाला लांबाखोरा है। लांबाखोरा सरवन क्षेत्र ले लगा गांव हैं।

यह रहेगी इनमें व्यवस्था

मतदान दलों के पीठासीन अधिकारी को हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत की जानकारी नियंत्रण कक्ष को देना होती है। केंद्रों के पास जहां नेटवर्क मिलता है वहां दो रनर तैनात होंगे।

ऐसे पहुंचाएंगे जानकारी

मतदान शुरू होने पर एक व्यक्ति केंद्र पर और दूसरा नेटवर्क एरिया में रहेगा। एक रनर जानकारी लेकर जाएगा तो दूसरा मतदान केंद्र पर आ जाएगा। ऐसे बदल-बदल कर आना-जाना करेंगे।

जावरा में ये हालात

जावरा विधानसभा क्षेत्र में पिपलौदा क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक 81 और मतदान केंद्र क्रमांक 86 दो ऐसे मतदान केंद्र हैं। जहां पर मोबाइल नेटवर्क की कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। क्रमांक 81 गांव बड़ीनाल पिपलौदा क्षेत्र के ग्राम अंबा पंचायत में आता है, यहां कुल मतदाता 582 है। इसमें 290 महिला मतदाता और 292 पुरुष मतदाता है। दूसरा मतदान केंद्र क्रमांक 86 ग्राम लांबाखोरा में है। यहां कुल मतदाता 1151 है जिसमें से महिला 558 और पुरुष मतदाता 593 हैं। ऐसे में अगर मतदान केंद्रों पर कुछ दुर्घटना घटित हो जाती है तो फोन लगाने के लिए 300 मीटर की दूरी पर जाकर ऊंचाई तक जाना होगा। निर्वाचन की तैयारियों के बीच भी यहां नेटवर्क के इंतजाम नहीं हो पाए।

इसलिए नहीं मिलता यहां पर मोबाइल नेटवर्क

पिपलोदा क्षेत्र की यह दोनों गांव पहले सैलाना विधानसभा में आते थे परंतु जब परिसीमन हुआ तो यह दोनों गांव जावरा विधानसभा के अंतर्गत आने लगे तब से यहां पर अभी तक प्रशासन ने मोबाइल नेटवर्क को लेकर समाधान नहीं किया है। यहां तक पहुंचने का मार्ग भी जर्जर है। यह दोनों गांव पहाड़ी से घिरे हुए हैं। अगर किसी को मोबाइल से बात करनी होती है तो गांव की रेवासी पहाड़ी पर चढ़ना पड़ता है।


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