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#Rtalam मप्र में भाजपा के इस बड़े नेता को कोर्ट ने सुनाई सजा

वर्ष 2014 के मामले में न्यायालय ने फैसला सुनाते हुए दो साल की सजा व 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया

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रतलाम

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Kamal Singh

Jun 28, 2023

#Rtalam मप्र में भाजपा के इस बड़े नेता को कोर्ट ने सुनाई सजा

#Rtalam मप्र में भाजपा के इस बड़े नेता को कोर्ट ने सुनाई सजा

रतलाम. पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल दसेड़ा को वर्ष 2014 के मामले में न्यायालय ने फैसला सुनाते हुए दो साल की सजा व 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। कोर्ट का फैसला आने के बाद से शहर की राजनीति में हलचल मच गई। कोर्ट में सजा के बाद दसेड़ा को जमानत पर रिहा कर दिया और न्यायालय ने अपील का समय दिया है। दसेड़ा के अलावा अन्य चार को कोर्ट ने बरी कर दिया है। दसेड़ा ने कोर्ट के फैसले के विरुद्ध अपील की बात कही है।

यह था पूरा मामला

जावरा में 2 सितंबर 2014 को नपा चुनाव में मतदान होना था। ऐसे में 1 सितंबर 2014 की देरशाम को घटनाक्रम हुआ था। घटनाक्रम के दौरान चुनाव प्रचार बंद था। शहर थाने के सामने के क्षेत्र में पुलिस को रुपए बांटने की शिकायत मिली तो एसआई शिवांशु मालवीय अमले के साथ मौके पर पहुंचे थे और उन्हें थाने ले आए। इसके बाद वहां पहुंचे प्रत्याशी अनिल दसेड़ा ने समर्थकों ने सब इंस्पेक्टर मालवीय के साथ हाथापाई की थी। इसके बाद वहां पर माहौल गरमा गया था तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया था। मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं में अनिल दसेड़ा सहित दीपक पोरवाल, फतेहलाल जैन, निलेश दसेड़ा व राजेश दसेड़ा पर मामला दर्ज किया था। अभिभाषक राहुल पहाडिय़ा ने बताया कि प्रथम श्रेणी न्यायाधीश नानसिंह तांतेड़ ने सुनवाई के दौरान निलेश दसेड़ा, राजेश दसेड़ा, फतेहलाल जैन, दीपक पोरवाल को बरी कर दिया तो अनिल दसेड़ा को अन्य धाराओं में बरी किया लेकिन धारा 332 में दो साल की सजा व 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। फैसले की प्रति आने के बाद ही इस मामले की विस्तृत जानकारी मिलेगी।

घटना के बाद पुलिस ने किया था लाठीचार्ज

घटनाक्रम मतदान से एक दिन पहले का ही है। पुलिस को सूचना मिली थी की निर्दलीय प्रत्याशी अनिल दसेड़ा के समर्थक थाना के समीप ही वार्ड में रुपए भी बांट रहे है। इस पर पुलिस का अमला मौके पर पहुंचा था और उन लोगों को शिकायत के आधार पर थाने ले आया था। तभी प्रत्याशी दसेड़ा वहां पहुंचे और एसआई शिवांशु मालवीय के साथ विवाद करते हुए मारपीट की थी। इसके बाद तत्तकालीन टीआई अजय सारवान व मतदान को लेकर आए बाहर के पुलिस बल ने लाठीचार्ज करते हुए वहां मौजूद भीड़ को तितर-बितर किया था। इसके बाद मामला बढ़ गया था।

जावरा शहर के इतिहास में वर्ष 2014 में पहली बार हाईप्रोफाइल राजनीतिक ड्रामें के साथ नगर पालिका अध्यक्ष का यह चुनाव हुआ था। भाजपा ने अभय कोठारी को टिकिट दिया था तो तत्तकालीन नपा के उपाध्यक्ष अनिल दसेड़ा पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। तो वहीं कांग्रेस ने सुशील कोचट्टा को टिकिट दिया था तो कांग्रेस के उस समय के कालूखेड़ा गुट के नेता फजलेहक पठान निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। ऐसे में चतुष्कोणीय मुकाबला हुआ था और उसी चुनाव में पहली बार भाजपा प्रत्याशी के लिए सीएम शिवराजसिंह चौहान ने भी रोड शो से लेकर सभा शहर में प्रचार के दौरान की थी। भाजपा ने चुनाव में पूरा जोर लगाया था। इस चुनाव में अनिल दसेड़ा ने जीत हासिल की थी। मतदान से पहले हुए घटनाक्रम के कारण दसेड़ा जेल में होने के कारण खुद भी मतदान नहीं कर सके थे।

अपील करेंगे

न्यायालय का फैसला आया है, परंतु फैसले की प्रति अभी नहीं मिली है फैसले के विरुद्ध हम अपील करेंगे।

अनिल दसेड़ा, पूर्व नपाध्यक्ष