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पान दुकान में शार्ट सर्किट से लगी आग

पान दुकान में शार्ट सर्किट से लगी आग

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पान दुकान में शार्ट सर्किट से लगी आग

पान दुकान में शार्ट सर्किट से लगी आग

रतलाम। दो बत्ती कोठारी मार्केट स्थित बनारसी पान दुकान में शार्ट सर्किट से शाम करीब पांच बजे आग लग गई। अंदर ही अंदर आग इतनी भीषण तरीके से फैली कि दुकान के अंदर से आग की लपटें शटर से बाहर निकल गई। गनीमत यह रही कि दुकान के अंदर लिक्विड नाइट्रोजन की कैन भरी हुई थी जिसे दमकलकर्मियों ने समय रहते निकाल लिया वरना उसमें विस्फोट होने से आसपास की दुकाने उड़ जाती। नाइट्रोजन की कैन निकालने वाले दमकलकर्मी ने बताया कि सबसे पहले इसे निकालना जरुरी था वरना विस्फोट हो सकता था। दुकान डोंगरेनगर निवासी रजत पिता अशोक कुमावत की है। रजत और उसके चाचा अनिल कुमावत आग लगने के दौरान दुकान पर ही थे।
दिन में आग लगने पर सूर्य की रोशनी से घर के अंदर तक देखा जा सकता है और आग आसानी से बुझाई जा सकती है किंतु रात में आग लगने पर दमकल विभाग के पास रोशनी के लिए टार्च तक की व्यवस्था नहीं है। यही हाल पुलिस विभाग का भी है। कोठारी मार्केट में जिस दुकान में आग लगी उसके दोनों तरफ शटर है किंतु पीछे का शटर बंद ही रहता है। आगे कांच लगे गोने से अंदर जाने में दिक्कत खड़ी हुई। आग लगने के बाद बिजली कनेक्शन विच्छेद कर दिए जाने से अंधेरा हो गया। ऐसे में मोबाइल फोन से टार्च की रोशनी करके आग बुझाई गई।
स्मोक पान में काम आती है नाइट्रोजन
को ठारी मार्केट स्थित पान की दुकान में मिली लिक्विड नाइट्रोजन के बारे में बताया जाता है कि यह स्मोक पान के लिए उपयोग में लाई जाती है। पान खाने के बाद मुंह से धुआं निकालने के लिए पान के अंदर लिक्विड नाइट्रोजन को डाला जाता है। दुकान में बेचे जाने वाले पान काफी ऊंची कीमत पर बेचे जाते हैं। यहां पान की कीमत 100 रुपए ले लेकर दो हजार रुपए तक है।
दिन से आ रही थी जलने की बदबूू
पास के दुकानदार प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि दिन में करीब तीन बजे दुकान से जलने की बदबू आ रही थी। हमने गौर भी किया था किंतु पान की दुकान में एसेंस और पान की वजह से बदबू की वजह क्या है यह समझ नहीं आया। चौपाटी पर दुकान लगाने वाले भानुप्रतापसिंह ने बताया जैसे ही आग लगने से धुआं निकलना शुरू हुआ तो वे दुकान छोड़कर मौके पर पहुंचे और पास की दुकान से पानी लेकर आग बुझाने में जुट गए। आग बहुत तेज होने से नियंत्रण नहीं हो पाया। फायर बिग्रेड को सूचना दी तो कुछ ही देर में लारी मौके पर पहुंच गई।
कांच को तोड़कर घुसे दमकलकर्मी
दुकान में सामने के शटर के बाद बड़ा सा कांच और कांच का ही दरवाजा लगा हुआ था। अंदर एयर कंडीशनर लगा होने से आग में वह पूरी तरह जल गया। माना जा रहा है कि एसी के तारों में शार्ट सर्किट से ही आग लगी। आग बुझाने के लिए दमकल के कर्मचारियों ने कांच को सब्बल से तोड़ा और फिर अंदर जा सके। बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। अंदर से धुएं के गुबार बड़ी मात्रा में निकलने से कर्मचारी अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। कर्मचारियों के पास मास्क भी नहीं थे। धुएं के कारण दम घुट सकता था।