जावरा (रतलाम)। जिले के विकासखंड क्षेत्र की पिपलौदा तहसील के गांव हतनारा में रविवार की शाम को सगे भाई-बहन गांव से करीब एक किमी की दूरी पर बने सरकारी कुएं में डूब गए। ग्रामीणों के अनुसार भाई-बहन पशु चराने गए थे। प्रशासन की टीम भाई-बहन को कुआ से निकालने में लगी है।
मामले में सूचना मिली तो पुलिस व प्रशासन के साथ ग्रामीणों ने कुएं का पानी निकालकर पानी में डूबे भाई-बहन की तलाश शुरू की, लेकिन देररात तक कई घंटों की कोशिश के बाद भी उनके पता नहीं लग पाया। कुएं में पानी अधिक होने के कारण तलाश में दिक्कत हुई। कई मोटरे डालकर कुएं का पानी खाली करने का काम शुरु किया और ढूंढा, लेकिन कहीं पता नहीं लग पाया।
परिवार गमजदा हुआ
इधर एक साथ दोनों के डूबने की खबर से परिजनों को रो-रोकर बूरा हाल हो गया है। मौके पर जमा ग्रामीणों की भीड़ पानी में डूबे बच्चों के पिता व परिजनों को गांव में लेकर पहुंची। इधर अंधेरा छा जाने के कारण तलाशी के काम में हो रही दिक्कत को देखते हुए ग्रामीणों के सहयोग से अमले ने मौके पर ही लाईट की व्यवस्था की और प्रकाश व्यवस्था के बाद दोनों को ढूंढने का काम करते रहे। हालांकि देररात तक इसमें सफलता नहीं मिली। एसडीएम अनूपकुमार के साथ ही पिपलौदा टीआई एमएस कटारा सहित राजस्व अमला व पुलिस के साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों का मजमा मौके पर लग गया।
पिता ने देखे कपड़े तो हुई तलाश शुरू
पिपलौदा टीआईएमएस कटारा ने बताया कि सूचना मिलते ही दल-बल के साथ मौके पर पहुंचा। जानकारी के अनुसार हतनारा निवासी तोलाराम के बच्चे 6 वर्षीय लड़की विष्णु और उसका भाई करीब 15 वर्षीय कमल दोनों बकरी चराने के लिए गए हुए थे। शाम करीब 4.30 बजे बाद होने के चलते जब उन्हें घर आना था, लेकिन रास्ते में सरकारी कुएं में नहाने के लिए रुक गए। शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचे। इसी बीच दोनों बच्चों के पिता इसी मार्ग से घर जा रहे थे। रास्ते में बने कुएं में अपने दोनों बच्चों के चप्पल व कपड़े देख उसकी हवाईयां उड़ गई। कुएं में देखा तो पानी अधिक भरा होने के कारण उसे विष्णु व कमल कहीं नहीं दिखाई दिए।
जगंल की आग की तरह फेली खबर
गांव में जब इसकी खबर फैली तो आग की तरह फैली खबर के बाद ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इधर ग्रामीणों ने कुएं में मोटरें डालकर पानी कम कर कुएं में डूबे दोनों बच्चों की तलाश शुरु की, लेकिन सफलता नहीं मिली। प्रशासन व पुलिस के अधिकारी भी इस बीच वहां पहुंचे। लगातार कई घंटों के हर स्तर से किए गए प्रयासों के बाद भी दोनों का पता नहीं चला। इधर कुएं में डूबने और इतनी देर तक पता नहीं चल पाने के कारण परिजन बिलख कर रोने का क्रम भी चल रहा है। टीआई ने बताया कि अंधेरा होने पर प्रकाश व्यवस्था की गई है, कुएं में डूबे दोनों बच्चों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।