ऊंकाला रोड स्थित खंडहर हो चुके शासकीय मंदिर में अब भी भगवान अवध बिहारी की श्याम रूप में प्रति जिम्मेदारों का मुंह चिढ़ा रही है, कि इनकी कब सूध ली जाएगी। यहीं हाल गुलाब चक्कर में लावारिस अवस्था में ढेर के रूप में पड़ी छठी-सातवीं से लेकर 12वीं शताब्दी तक की पूरातत्व धरोहर के हो रहे हैं।
250 से अधिक साल पुराना मंदिर
सिद्ध क्षेत्र ऊंकाला रोड स्थित खाकचौक अवधबिहारी का करीब 250 साल प्राचीन मंदिर है, जिसकी दीवार धंस चुकी है, मंदिर पूरा खंडहर है और उसी में अवध बिहारी जी की श्याम रूप में प्रतिमा विराजमान है। इस संबंध में क्षेत्रवासियों ने पूर्व कलेक्टर को आवेदन मंदिर निर्माण की मांग की थी।
स्टीमेट तक हो चुका तैयार
फोटो, फाइल के बाद ग्रामीण यांत्रिकी विभाग और पटवारी ने आकर मौका मुआयना कर स्टीमेट तक तैयार किया, लेकिन फाइल कहां अटकी गई पता नहीं। महाराणा प्रताप जन्मोत्सव समिति के नरेंद्रसिंह चौहान ने कहा कि सिद्ध क्षेत्र में भगवान अवधबिहारी का मंदिर खंडहर हो चुका है। शासकीय मंदिर है, जिसका निर्माण करें और भगवान की प्रतिमा को सुरक्षित किया जाएगा।
भगवान अवध बिहारी का मंदिर निर्माण हो
सांसद प्रतिनिधि भारती पाटीदार ने बताया कि खाकचौक अवध बिहारीजी का प्राचीन मंदिर जो खंडहर हो चुका है, इसके लिए पूर्व कलेक्टर के समक्ष क्षेत्रवासियों के साथ मंदिर निर्माण की रखी थी, जिसकी फाइल तैयार कर फोटो भी मांगने पर नायब नाजीर भैरुसिंह के माध्यम से पहुंचाए थे। भारती ने बताया कि मौका मुआयना करने ग्रामीण यांत्रिकी विभाग से प्रतिमा सोनटक्के, पटवारी पहुंचे, स्टीमेट भी तैयार किया, लेकिन इसके बाद फाइल क्यों आगे नहीं बड़ी पता नहीं, मंदिर का निर्माण होना चाहिए, ताकि भगवान अवध बिहारी की सुंदर प्रतिमा खंडित न हो और नियमित पूजा पाठ की जा सके।