
vastu dosh easy remedies
रतलाम। अक्सर ये सुनने में आता है की घर का वास्तु ठीक नहीं है, इसलिए परिवार में कलह होती है या बरकत नहीं होती। किसी की तबीयत अधिक खराब रहती है या जॉब नहीं लगता। कोई कहता है काफी मेहनत करने के बाद भी दुकान नहीं चलती या चाहे कितना बेहतर सामान हो, लेकिन ग्राहक नहीं आते। इन सब के पीछे वास्तुदोष को कारण बताया जाता है। अगर घर या दुकान के वास्तु को बगैर तोडफ़ोड़ के स्वयं ही ठीक करें तो अधिक बेहतर रहता है। इसके लिए भारतीय ज्योतिष में आसान टोटके बताए गए है। ये बात रतलाम के प्रसिद्ध ज्योतिषी व केरल की तंडी ज्योतिष विद्या के जानकार वीरेंद्र रावल ने कही। वे भक्तों को इंद्रा नगर में वास्तु के आसान टोटके के बारे में बता रहे थे।
पहले जाने ईशान कोण या दिशा का दोष
ईशान कोण वास्तु पुरुष का मस्तिष्क होता है, इसलिए इस कोण के दोषों का निवारण करने से घर के वास्तु दोषों का अधिकांश निवारण हो जाता है। ईशान क्षेत्र की उत्तरी या पूर्वी दीवार कटी हो तो उस कटे हुये भाग पर एक बड़ा शीशा लगाना चाहिए, इससे भवन का ईशान क्षेत्र प्रतीकात्मक रूप से बढ़ जाता है। ईशान कोण यदि कटा हो तो ईशान कोण की दीवार पर बृहस्पतिदेव, अपने गुरु या ब्रह्नाा जी का चित्र अवश्य लगाना चाहिए। साधु पुरुषों को बेसन से बनी बर्फी या लड्डू का प्रसाद बांटना चाहिए। चीनी मिटी के पात्र में जल में फूलो की पखुडिया डालकर रखे। ईशान कोण की दिवार पर भोजन की तलाश में उड़ते हुए पक्षियों का चित्र लगाना चाहिए, परिवार के आलसी सदस्य कर्मशील जायेंगे। ईशान कोण में विधि पूर्वक ब्रर्हस्पति यंत्र की स्थापना करनी चाहिए।
पूर्व दिशा दोष इस तरह करें ठीक
यदि पूर्व दिशा कटी हो तो पूर्व की दिवार पर एक बड़ा शीशा लगाना चाहिए। घर की पूर्व दिशा में सात घोड़ों पर सवार सूर्यदेव का चित्र लगाना चाहिए। सूर्योदय के समय गायत्री मंत्र सात बार उच्चारण करके सूर्य भगवान को जल अर्पित करना चाहिए। यदि पूर्व दिशा में खिड़की न हो तो पूर्व दिशा में एक दीपक रोज जलाना चाहिए। पूर्व दिशा में लाल पीले रंग का प्रयोग करना चाहिए इससे दिशा दोष समाप्त होता है। पूर्व दिशा सूर्य यंत्र की स्थापना करनी चाहिए।
आग्नेय दिशा दोष को करें ठीक
आग्नेय कोण पूर्व व दक्षीण दिशा का कोना होता है। इस दिशा में लाल रंग एक बल्ब या एक दीपक इस प्रकार से जलाये की वह लगभग एक प्रहर (तीन घंटे) जलता रहे। गणेश जी की मूर्ति तस्वीर स्थापित करें। इस दिशा में मनीप्लांट लगाये । सूरजमुखी फूल, पालक, तुलसी, गाजर तथा अदरक, हरी मिर्च मेथी, हल्दी, पुदीना, करी पत्ता आदि को उगाए तो लाभ होगा। इस दिशा का दोष करने लिए रेशमी परिधान, वस्त्र सौंदर्य की वस्तुए घर की स्त्रियों को देकर प्रसन्न रखें। इस दिशा में शुक्र यंत्र लगाना चाहिए।
दक्षिण दिशा दोष करें इस तरह ठीक
इस दिशा को बेहतर करने के लिए घर का भारी से भारी सामान इस दिशा में रखे। मंगल ग्रह के मंत्रों का जप करके किसी क्षत्रीय के नाम से दान करे। इस दक्षिण दिशा की दिवार पर लाल रंग का हनुमान जी का चित्र लगाये। दक्षिण दिशा दिवार पर मंगल यंत्र की स्थापना करे। यदि इस क्षेत्र खाली जगह हो तो पेड़ या गमले होने चाहिए।
इस तरह करें नेऋत्य दिशा का दोष का टोटका
दक्षिण व पश्चिम का कोना नेऋत्य दिशा होती है। इस दिशा में भारी मुर्तिया रखें। परिवार के सदस्य अपनी वाणी पर नियन्त्रण रखे। राहु के मंत्रो का जाप इस दिशा में करें। चांदी, सोने या ताम्बे के सिक्के या नाग -नागिन के जोड़े की पूजा करे तथा इसे नेऋत्य कोण की दिशा में दबा दे। राहु यंत्र की स्थापना करें तो लाभ होगा।
ये है पश्चिम दिशा दोष का टोटका
इस दिशा को बेहतर करने के लिए पानी का फवारा लगाना चाहिए। पश्चिम दिशा में शनि यंत्र की स्थापना करे। स्थापना के समय प्रार्थना करके शुभ कार्य करे। इस दिशा को ऊंचा रखें। इस दिशा को वर्गाकार या आयताकार रखे। इस दिशा में भारी पोधे लगाएं तो लाभ होगा।
ये करें यहां पर वायव्य दिशा दोष का टोटका
पश्चिम व उत्तर दिशा के कोने को वायव्य दिशा कहा जाता है। इस दिशा में मारुतिदेव की तस्वीर लगाये। हनुमानजी की तस्वीर भी लगा सकते है। यदि खुला स्थान हो तो ऐसे वृक्ष लगाये जिसके पत्ते मोटे हो। वायु देव या चन्द्र देव के के मंत्रो का जाप करे। ताजा पुष्प के गमले लगाएं। अपनी मां या बड़ों का आदर करे तथा चरण छूकर आशीर्वाद ले। सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। चन्द्र यंत्र की स्थापना करे।
उत्तर दिशा दोष ठीक होगा इस टोटके से
उत्तर दिशा में बड़ा आदमकद शीशा लगाएं। हरे रंग का हल्का पेंट करवाएं। लक्ष्मी माता की मूर्ति लगाये। बुध यंत्र की स्थापना करे। विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री दान करे। इस दिवार पर हरे तोते की फोटो लगाने से पढ़ाई में कमजोर बच्चों को फायदा मिलता है।
Published on:
12 May 2019 12:19 pm
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