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Paryushan Mahaparva- आज से पर्यूषण महापर्व की आराधना

रतलाम। पर्यूषण महापर्व की शुरुआत मंगलवार से हो रही हैं। आचार्यश्री विजय कुलबोधि सूरीश्वर महाराज की निश्रा में आठ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व को लेकर धर्मावलंबी उत्साहित है। पर्व के दौरान हर दिन प्रभु की विशेष आराधना और प्रवचन होंगे। श्री देवसूर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ गुजराती उपाश्रय, श्री ऋषभदेव केशरीमल जैन श्वेताम्बर तीर्थ पेढ़ी की ओर से तैयारी की गई है।

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पर्यूषण पर्व के प्रथम दिन मंगलवार को सुबह 9 से 11 बजे तक लव एवरीवन विषय पर प्रवचन होंगे। 13 सितंबर को हेल्प एवरीवन विषय पर एवं 14 सितंबर को बैर की बिदाई, प्यार से सगाई विषय पर प्रवचन होंगे। 15 सितंबर को सुबह 8.30 बजे श्री कल्पसूत्र ग्रंथ का वाचन होगा, विषय आचारो प्रथमो धर्म रहेगा। दोपहर 2.30 से 4.30 बजे तक यात्रा शुरुआत से अंत तक विषय पर प्रवचन होंगे।

श्रीमहावीर जन्म वाचन 16 को होगा
16 सितंबर को सुबह 8.30 बजे आनंद की घड़ी आई रे विषय पर प्रवचन के बाद 10 बजे 14 स्वप्नदर्शन की बोलियां, 11.30 बजे साधार्मिक वात्सल्य एवं दोपहर 1 बजे श्रीमहावीर जन्म वाचन होगा। 17 सितंबर को सुबह 8.30 बजे संघर्ष-साधना-सिद्धी विषय पर प्रवचन होंगे। दोपहर 2.30 बजे गणधरवाद विषय पर प्रवचन होंगे। 18 सितंबर को सुबह 8.30 बजे प्रवचन एवं बारसा सूत्र बहोराने की बोलियां तथा दोपहर 2.30 बजे जिनशासन के उजयाले सितारे कार्यक्रम होगा।

अंतिम दिन निकलेगी रथयात्रा
पर्यूषण पर्व के अंतिम दिन 19 सितंबर को सुबह 8 बजे श्री बारसा सूत्र ग्रंथ वाचन एवं दोपहर 3 बजे संवत्सरी प्रतिक्रमण होंगे। श्री संघ की ओर से पर्यूषण पूर्णाहुति पर 24 सितंबर को सेठजी का बाजार से सुबह 8.30 बजे रथ यात्रा निकाली जाएगी। सुबह 11 बजे स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया जाएगा।

तन छोटा, धन थोड़ा और मन बड़़ा रखो-आचार्यश्री
सैलाना वालों की हवेली मोहन टॉकीज में सोमवार को आचार्यश्री कुलबोधि सूरीश्वर ने प्रवचन में सोमवार सुबह ने छोटा कौन और बड़ा कौन विषय पर प्रवचन देते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में हमे तन को छोटा, धन को थोड़ा और मन को बड़ा रखना चाहिए। तन छोटा होगा तो चलेगा, धन थोड़ा होगा तो भी चलेगा लेकिन मन छोटा होगा तो नहीं चलेगा। आचार्यश्री ने कहा कि क्रोध का कोई भी भाव मन में पैदा मत होने दो। चाय कप में गरम लगती है लेकिन प्लेट में ठंडी हो जाती हैं। प्रवचन में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रहे।