भोपालPublished: Feb 28, 2023 03:25:15 pm
Sanjana Kumar
गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु ने स्वयं बताया है कि मरने वाले को कुछ दिन पहले से ही कुछ संकेत मिलने लगते हैं। ताकि वे इन संकेतों को समझते हुए अपनी इच्छाएं पूरी कर लें। अपने परिजनों, संबंधियों, दोस्तों से मिल-जुल लें। क्योंकि माना जाता है कि जिनकी इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं, तो आत्मा को शांति नहीं मिलती है। इस लेख में जानें गरुड़ पुराण में बताए गए मौत के संकेत...
Mrityu se pehle mil jate hain ye sanket : गरुड़ पुराण (Garun Puran) हिन्दु धर्म के 18 महापुराणों में एक ग्रंथ है। इस पुराण को घर पर किसी परिजन की मृत्यु के बाद पढ़ा या सुना जाता है। गरुड़ पुराण ग्रंथ में नीति, नियम, विज्ञान, धर्म-कर्म, पाप, पुण्य, मृत्यु, आत्मा, स्वर्ग, नरक और यहां तक कि पुनर्जन्म आदि का जिक्र किया गया है। लेकिन इसमें खासतौर पर मौत से संबंधित रहस्यों के बारे में विस्तार से बताया गया है। गरुड़ पुराण के मुताबिक मृत्यु से कुछ समय पहले ही मरने वाले को इसका आभास हो जाता है। गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु ने स्वयं बताया है कि मरने वाले को कुछ दिन पहले से ही कुछ संकेत मिलने लगते हैं। ताकि वे इन संकेतों को समझते हुए अपनी इच्छाएं पूरी कर लें। अपने परिजनों, संबंधियों, दोस्तों से मिल-जुल लें। क्योंकि माना जाता है कि जिनकी इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं, तो आत्मा को शांति नहीं मिलती है। इस लेख में जानें गरुण पुराण में बताए गए मौत के संकेत...