दरअसल हिन्दू धर्म में मंगलवार का दिन नाम के अनुसार ही शुभ और मंगलकारी माना जाता है, क्योंकि धार्मिक दृष्टि से यह दिन कई देवी देवताओं की उपासना का दिन माना गया है, जिनके आगे काल भी नतमस्तक होता है और उनकी शक्तियां संकटनाशक मानी गई है, इन देवताओं में रूद्र अवतार हनुमान, भैरव और मंगल प्रमुख हैं, वहीं इस दिन शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा भी की जाती है। मंगलवार के दिन श्रीहनुमान और मंगल की उपासना का विशेष महत्व हैं।
श्रीहनुमान की उपासना से मंगल दोष दूर होता है। वहीं ज्योतिष मान्यताओं में शिव अंश होने से मंगल के शुभ होने पर व्यक्ति समस्त सांसारिक सुखों को पाता है, किंतु अशुभ होने पर संतान, भूमि, धन, विवाह, पुत्र, विद्या, रोग आदि से जुड़ी पीड़ाओं का सामना करता है, यही कारण है कि मंगलवार के दिन मंगल दोष शांति का विशेष मह त्व है, लेकिन किसी कारणवश आप मंगलदोष शांति के लिए मंगल पूजा या आराधना करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं तो हम यह समझ लें, कि एक सरल उपाय है, जिसे अपनाना आसान और असरदार है।
मंगल दोष शांति का यह उपाय है-
हनुमानजी भी रूद्र यानी शिव के अवतार माने जाते हैं, मंगल भी शिव के ही अंश है, यही वजह है कि हनुमान की भक्ति मंगल पीड़ा को भी शांत करने में प्रभावी मानी गई है। इसलिए जाने श्रीहनुमान भक्ति से मंगल दोष शांति के लिए कुछ विशेष हनुमान मंत्र, जो हनुमान की सामान्य पूजा के बाद बोलें- पूजा के बाद श्रीहनुमान के इन 5 असरदार मंत्रों का जप करें ।
– ओम रूद्रवीर्य समुद्भवाय नम:।
– ओम शान्ताय नम:।
– ओम तेजसे नम:।
– ओम प्रसन्नात्मने नम:।
– ओम शूराय नम:।
इन 5 हनुमान मंत्रों के जप के बाद हनुमानजी और मंगल देव का ध्यान कर लाल चन्दन लगे लाल फूल और अक्षत लेकर श्रीहनुमान के चरणों में अर्पित करें। इसके पश्चात हनुमान जी की आरती कर मंगल दोष से रक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना करें।
शनि की परेशानियों से मुक्ति के लिए हनुमान जी के मंत्र
1. यदि आप शनि दशा से प्रभावित हैं तो हनुमान जी की पूजा करने ये शनि की दशा भी टल जाती है।
2. शनि के दोष और परेशानियों को दूर करने के लिए हर शनिवार को नारियल लेकर हनुमान मंदिर जाएं। अब इसके बाद मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति के सामने सात बार नारियल अपने सिर पर धारण करें। ध्यान रहे कि इस दौरान हनुमान मंत्र (ऊँ राम दूताय नमः या ऊँ महावीराय नमः) का जाप करें। अब सिर पर वार करने के बाद हनुमानजी के सामने नारियल तोड़कर भगवान को नारियल चढ़ाएं। माना जाता है कि इसके बाद शनि के दोष और कष्टों को दूर करने की प्रार्थना करें और अन्य भक्तों को नारियल का प्रसाद बांटें।
3. शनिवार के दिन हनुमान जी को लाल वस्त्र, सिंदूर, चमेली का तेल, लाल फूल चढ़ाएं और उसके साथ हनुमान चालीसा क पाठ करें। माना जाता है कि ऐसा करने से शनि की परेशानियों से निजाद मिलती है।
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4. शनिवार के दिन पीपल के 11 साफ-सुथरे पत्ते तोड़ें और सभी पत्तों को साफ पानी से धो लें और उसके बाद हनुमान मंदिर जाएं और सभी पत्तों पर चंदन के साथ श्रीराम नाम लिखें। और उन पत्तों की एक माला बनाकर हनुमानजी को अर्पित करें। मान्यता के अनुसार इसके बाद हनुमान जी की पूजा करने से सारे कार्य संपन्न हो जाएंगे।
5. शनिवार की शाम सूर्यास्त के बाद हनुमानजी के सामने सरसों के तेल का दीया जलाएं। दीया अगर मिट्टी का हो तो और भी शुभ होता है। दीपक जलाकर हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। माना जाता है कि ऐसा करने से सभी शत्रुओं का नाश होता है।