
Kartik Maas significance in Hinduism|फोटो सोर्स – Freepik
Kartik Maas Snan 2025: हिंदू धर्म में कार्तिक मास को सबसे पवित्र महीनों में माना गया है। इस महीने में किया गया हर धार्मिक कार्य, विशेषकर ब्राह्म मुहूर्त में स्नान, पुण्य और मोक्ष का द्वार खोलने वाला माना गया है। मान्यता है कि कार्तिक के दौरान भगवान विष्णु स्वयं जल में वास करते हैं, इसलिए इस मास में पवित्र स्नान का विशेष महत्व होता है।
कार्तिक माह की शुरुआत: 7 अक्टूबर 2025, मंगलवार
पहला कार्तिक स्नान: 8 अक्टूबर 2025, बुधवार
कार्तिक पूर्णिमा (अंतिम स्नान): 5 नवंबर 2025, बुधवार
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान का विशेष महत्व होता है, और इसे अत्यंत पुण्यदायक माना गया है। इस दिन का दैनिक ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:30 बजे से 5:30 बजे तक होता है, जो स्नान, ध्यान और पूजा के लिए श्रेष्ठ समय माना जाता है। विशेष रूप से कार्तिक पूर्णिमा पर सुबह 4:52 बजे से 5:44 बजे तक का समय अत्यंत शुभ माना गया है, जब पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
अनजाने में किए गए पापों का शमन होता है।
व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है।
भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
जीवन में धन, सुख और समृद्धि बनी रहती है।
शरीर स्वस्थ और मन शांत रहता है।
नियमित पूजा-पाठ से आध्यात्मिक उन्नति होती है।
Updated on:
08 Oct 2025 12:48 pm
Published on:
08 Oct 2025 12:04 pm
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