
रक्षाबंधन के नियम
रक्षाबंधन का महत्व
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सावन पूर्णिमा पर जो भी व्यक्ति आपकी रक्षा करे उसे रक्षा सूत्र बांधना चाहिए। महाभारत युद्ध के समय भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर से कहा था। रक्षा सूत्र में अद्भुत शक्ति होती है, इसे अपनी सेना के साथ मनाओ। इससे पांडवो और उनकी सेना की रक्षा होगी। इस दिन पुरोहित यजमान को और यजमान पुरोहित को भी रक्षासूत्र बांधते हैं और एक दूसरे के कल्याण की प्रार्थना करते हैं। वहीं ईश्वर और प्रकृति को भी रक्षासूत्र बांधा जाता है।
मान्यता है कि इस दिन बहनों के हाथ से राखी बंधवाने से भाई की भूत प्रेत और अन्य बाधाओं से रक्षा होती है। जिन लोगों की बहनें नहीं हैं, उन्हें भी किसी को बहन मानकर राखी बंधवाने से शुभ फल मिलता है। इसके अलावा आजकल चांदी और सोने की राखी बांधने का भी चलन बढ़ रहा है, लेकिन ऐसा करते समय इसमें रेशम का धागा जरूर लपेटना चाहिए। यह भी मान्यता है कि रक्षाबंधन के बाद बिना नियमों का ध्यान दिये राखी उतारकर फेंकने से रिश्ते पर अशुभ प्रभाव पड़ता है तो जानिए राखी के नियम..
ऐसे मनाएं रक्षाबंधन
1. भाई बहन स्नान कर भगवान की पूजा करें।
2. बहनें रोली, अक्षत, कुमकुम और दीप जलाकर रक्षाबंधन का थाल सजाएं।
3. बहनें पश्चिम की ओर मुंह करके भाई का कुमकुम, रोली, अक्षत से तिलक करें (भाई रूमाल से अपना सिर ढंके रहे)।
4. इसके बाद दायीं कलाई पर रेशम की डोरी से बना रक्षा सूत्र मंत्र बोलते हुए बांधें और भाई की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करें। (किसी भी हालत में मुंह दक्षिण दिशा की ओर न रहे)
5. भाई रक्षा का वचन देकर गिफ्ट आदि दे सकता है।
रक्षाबंधन मंत्र
भाई को राखी बांधते समय इस मंत्र को पढ़ना चाहिए।
येन बद्धो बलिः राजा, दानवेंद्रो महाबलः।
तेन त्वामभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चलः।।
रक्षाबंधन के बाद राखी का क्या करें
1. रक्षाबंधन से कम से कम 21 दिन तक रक्षा सूत्र कलाई पर बांधे रहना चाहिए।
2. ऐसा संभव नहीं है तो कम से कम जन्माष्टमी तक पहनें।
3. इसके बाद इसे उतारकर लाल कपड़े में बांधकर पूजास्थल, पवित्र स्थान या ऐसी जगह पर रखें जहां बहन से संबंधित चीजें रखी हों।
4. अगले साल रक्षाबंधन का त्योहार आने पर या इसके खंडित हो जाने पर इसे बहते जल में प्रवाहित कर दें या किसी पेड़ के नीचे रख दें ।
5. ऐसा करते समय एक रुपये का सिक्का भी साथ में रखें।
Updated on:
30 Aug 2023 01:06 pm
Published on:
28 Aug 2023 01:54 pm
बड़ी खबरें
View Allधर्म और अध्यात्म
धर्म/ज्योतिष
ट्रेंडिंग
