7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Shani Mantra: चल रही है शनि की ढैया और साढ़ेसाती? शनिवार को करें इन मंत्रों का जाप

Shani Mantra: शनिदेव के कुछ असरदार मंत्रों का जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है, जिससे मनुष्य को शनिदेव की कृपा मिलती है और जीवन की रुकावटें धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं।

less than 1 minute read
Google source verification

भारत

image

MEGHA ROY

Oct 03, 2025

Shani Sade Sati Mantra,Shani Mantra,How to get rid of Shani Dosha,

Shani Mantra for Saturday|फोटो सोर्स – Freepik

Shani Mantra: शनिदेव की जब कुंडली में दशा सक्रिय होती है, जैसे ढैया या साढ़ेसाती, तो जीवन में अड़चनें, मानसिक तनाव, आर्थिक परेशानियां और रिश्तों में खटास जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे समय में शनिदेव के कुछ असरदार मंत्रों का जाप करना अत्यंत फलदायी माना जाता है, जिससे मनुष्य को शनिदेव की कृपा मिलती है और जीवन की रुकावटें धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं। नीचे कुछ महत्वपूर्ण मंत्रों के बारे में जानकारी दी गई है।

बीज मंत्र


ॐ शं शनैश्चराय नम:

शनि का वेदोक्त मंत्र


ॐ शमाग्निभि: करच्छन्न: स्तपंत सूर्य शंवातोवा त्वरपा अपास्निधा:

श्री शनि व्यासवि‍रचित मंत्र


ॐ नीलांजन समाभासम्। रविपुत्रम यमाग्रजम्।
छाया मार्तण्डसंभूतम। तम् नमामि शनैश्चरम्।।

शनिचर पुराणोक्त मंत्र


सूर्यपुत्रो दीर्घेदेही विशालाक्ष: शिवप्रिय:
मंदचार प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि:

तंत्रोक्त मंत्र

ॐ प्रां. प्रीं. प्रौ. स: शनैश्चराय नम:।

शनि स्तोत्र

नमस्ते कोणसंस्‍थाचं पिंगलाय नमो एक स्तुते
नमस्ते बभ्रूरूपाय कृष्णाय च नमो ए स्तुत
नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चांतकाय च
नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरये विभो
नमस्ते मंदसज्ञाय शनैश्चर नमो ए स्तुते
प्रसाद कुरू देवेश दिनस्य प्रणतस्य च
कोषस्थह्म पिंगलो बभ्रूकृष्णौ रौदोए न्तको यम:
सौरी शनैश्चरो मंद: पिप्लदेन संस्तुत:
एतानि दश नामामी प्रातरुत्थाय ए पठेत्
शनैश्चरकृता पीडा न कदचित् भविष्यति

शनिदेव को अर्पित करें ये विशेष भोग


शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए काले तिल, काले चने, सरसों के तेल से बने पकवान, खिचड़ी, उड़द दाल से बनी वस्तुएं और गुड़ का भोग विशेष रूप से अर्पित किया जाता है। इसके अलावा, सरसों के तेल का दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है। यह भोग श्रद्धा और भक्ति के साथ अर्पित करना चाहिए ताकि शनिदेव की कृपा बनी रहे।