
विदुर नीति: इन 5 आदतों का तुरंत कर दें त्याग, नहीं तो जीवन हो सकता है बर्बाद
आचार्य चाणक्य (Chanakya) की तरह ही विदुर की नीतियां भी काफी प्रचलित हैं। महात्मा विदुर को महाभारत काल के महान बुद्धिजीवियों में से एक माना जाता है। ये हस्तिनापुर के राजा धृतराष्ट्र के महामंत्री थे। विदुर की नीतियों में मानव जीवन से जुड़ी कई अहम बातों की जानकारी दी गई है। इनकी नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक मानी जाती हैं। विदुर नीति में मनुष्य की 5 ऐसी बुरी आदतों के बारे में बताया गया है जो उनका जीवन बर्बाद कर सकती हैं। इन आदतों के होने से व्यक्ति अपना जीवन सुखमय व्यतीत नहीं कर पाता।
विदुर नीति अनुसार अगर व्यक्ति को अपना जीवन सुखमय बनाना है तो उनके अंदर अपनेपन की भावना होनी चाहिए। अपनेपन की भावना व्यक्ति को मजबूत बनाती है। ऐसे लोगों का जीवन सुखमय रहता है।
विदुर नीति अनुसार लालच और स्वार्थ व्यक्ति का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। ये आदत किसी भी व्यक्ति का जीवन बर्बाद कर सकती है। क्योंकि लालची व्यक्ति कभी भी शांत नहीं रह सकता। वो अपना अधिकतर समय दूसरों के बारे में सोचने में व्यर्थ करता है। ऐसे लोगों का जीवन बर्बाद हो जाता है।
वहीं क्रोध भी व्यक्ति का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। जो व्यक्ति अत्याधिक क्रोध करता है वो हमेशा परेशान रहता है। क्रोधी व्यक्ति को सही और गलत का भान नहीं रहता। अक्सर ऐसा व्यक्ति गुस्से में गलत निर्णय ले लेता है। इसलिए व्यक्ति को अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए।
जिन लोगों के मन में त्याग की भावना होती है उनका जीवन सुखमय रहता है। परिवार और समाज में सुख-शांति बनाए रखने के लिए त्याग का गुण होना अति आवश्यक होता है। जिस व्यक्ति में दूसरों की खुशी के लिए त्याग करने की भावना नहीं होती वो परेशान रहता है।
अहंकार किसी भी व्यक्ति का जीवन बर्बाद कर सकता है। इसलिए व्यक्ति को इस आदत का भी त्याग कर देना चाहिए। क्योंकि अहंकार से बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। व्यक्ति को सही गलत की बिल्कुल भी समझ नहीं रहती। मनुष्य की ये आदत नाश का कारण बनती है।
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Published on:
02 Feb 2022 04:05 pm
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