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Dhanteras 2020: जानिए इस बार कुबेर की पूजा और साधना सहित खरीदारी का शुभ मुहूर्त

धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) के दिन धन के देवता कुबेर की रात्रि साधना से दरिद्रता समाप्त होती है।

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Dhanteras 2020 : all shubh muhurat timings and what you should buy

धनतेरस (Dhanteras) से दीपावली के पांच दिवसीय पर्वों की शुरुआत हो जाएगी। प्रदोष व्यापिनी कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी के दिन धन-त्रियोदशी मनायी जाती है। इस बार यह त्योहार शुक्रवार को पड़ रहा है।

पंडित सुनील शर्मा के अनुसार धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) पर धन देवता कुबेर की साधना करने का प्रचलन है। सामान्यतः यह साधना रात्रि में की जाती है। धन देवता कुबेर की साधना से दरिद्रता समाप्त होती है।

ऐसे करें पूजा (Dhanteras Laxmi Kuber Puja Vidhi)

इनकी पूजा के लिए चैकी पर लाल वस्त्र बिछाकर उस पर अक्षतों से अष्ट दल का निर्माण कर उसके ऊपर कुबेर जी की मूर्ति, चित्र स्थापित कर एक सुपारी पर मौली लपेटकर उन्हें गणेश के रूप में गणेशम्बिका आदि का विधिवत् पूजन करें, उसके बाद भी मां लक्ष्मी जी और कुबेर जी के मंत्र का जाप करें।

माता लक्ष्मी का मंत्र-
ऊँ श्रीं हीं श्री कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं हृीं श्रीं महालक्ष्मयै नमः।

कुबेर जी का मंत्र
ऊँ श्रीं ऊँ हृीं क्लीं श्री क्लीं वित्तेश्वराय नमः।

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धनतेरस के शुभ मुहूर्त (Dhanteras Shubh Muhurat)
शुक्रवार को धन्वन्तरि पूजा: इस वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 12 नवंबर दिन यानि गुरुवार को रात 09 बजकर 30 मिनट से हो रहा है, जो 13 नवंबर दिन शुक्रवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट तक है। ऐसे में धनतेरस 13 नवंबर को है। इस बार धनतेरस की पूजा के लिए 30 मिनट का शुभ मुहूर्त है। आपको धनतेरस की पूजा शाम को 05 बजकर 28 मिनट से शाम को 05 बजकर 59 मिनट के मध्य कर लेनी चाहिए।

धनतेरस 2020 मुहूर्त...
धनतेरस मुहूर्त :17:34:00 से 18:01:28 तक
अवधि :0 घंटे 27 मिनट
प्रदोष काल :17:28:10 से 20:07:11 तक
वृषभ काल :17:34:00 से 19:29:51 तक

बर्तन व आभूषण खरीदारी मुहुर्त...
- दोपहर 12.00 से 01.30 के बीच में खरीदारी करें।
- या रात्रि 09.00 से 10.30 के बीच खरीदारी करें।
- इसी समय में पूजन करना भी शुभ होगा।
- प्रातः 10.30 से 12.00 के बीच पूजन और खरीदारी न करें।

किस समय क्या खरीदें...
: इस धनतेरस पर यदि आप गाड़ी ख़रीदना चाहते हैं तो उसे चर चौघड़िया या अमृत चौघड़िया में खरीदना चाहिए। यदि चांदी खरीदना चाहते हैं तो इसे अमृत चौघड़िया में खरीदें। स्वर्ण के आभूषण का क्रय अमृत या शुभ चौघड़िया में करें।

: हीरे के गहने खरीदने के लिए शुभ और चर चौघड़िया का चुनाव करें। स्टील के बर्तन शुभ चौघड़िया में खरीदना चाहिए। ताम्बे का बर्तन लाभ चौघड़िया में और पीतल के पात्र शुभ और अमृत चौघड़िया में घर लाना चाहिए।

: इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम लाभ चर चौघड़िया में घर लाएं। संपत्ति संबंधित व्यवहार शुभ या अमृत चौघड़िया में करें। भूल कर भी धनतेरस की खरीदारी रोग या उद्वेग चौघड़िया में न करें।

:- सुबह 6 बजकर 30 मिनट से 9 बजकर 30 मिनट तक रोग और उद्वेग चौघड़िया है। इस समय खरीदारी करना रोग और कष्ट को बढ़ाने वाला हो सकता है। जो लोग वाहन खरीदना चाह रहे हैं उनके लिए 9 बजकर 30 मिनट से 11 बजे का समय सबसे उत्तम है। इसके बाद 2 बजे तक का समय भी शुभ फलदायी है क्योंकि इस बीच लाभ और अमृत चौघड़िया है।

:- दोपहर 3 बजकर 30 मिनट से शाम 5 बजे तक और रात 11 बजे से 12 बजकर 30 मिनट तक शुभ चौघड़िया में स्टील और पीतल के बर्तन खरीदना लाभदायी रहेगा। दिन में 12 बजकर 30 मिनट से 2 बजे तक और रात 12 बजकर 30 मिनट से 2 बजे तक चांदी की खरीदारी विशेष शुभ फलदायी रहेगी।

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चौघड़ियाः शुभ अशुभ समय :-
सुबह 6.30-सुबह 8- रोग, प्रातः8 प्रातः 9.30- उद्वेग, प्रातः 9.30- प्रातः 11.00-चर, दिन 11.00-दोपहर 12.30-लाभ, दोपहर 12.30-दोपहर 2-अमृत, दोपहर 2-संध्या 3: 30-काल , संध्या 3: 30-संध्या 5.00-शुभ, संध्या 5.00-संध्या 6.30-रोग,

संध्या 6.30-रात्रि 8-काल, रात्रि 8-रात्रि 9.30- लाभ, रात्रि 9.30-रात्रि 11-उद्वेग, रात्रि 11-मध्य रात्रि 12.30- शुभ, मध्य रात्रि 12.30-प्रातः 2.00-अमृत।

(ध्यान रहें-समय में स्थान के अनुसार कुछ मिनटों का फर्क संभव है।)


यम दीप दान मुहुर्त सायं काल 5ः32 से 6ः45 बजे तक प्रदोश काल निशा मुख में शुभ रहेगा।

कुबेर पूजन मुहुर्त रात्रि काल में शुभ रहेगा।

राशि अनुसार धनतेरस पर ये करें खरीदारी...

1. मेष राशि- स्वर्ण आभूषण, स्वर्ण के सिक्के खरीदें तो बेहतर होगा।

2. वृषभ राशि- चांदी के सिक्के क्रय करें। चांदी के बर्तन, चांदी से बने आभूषण, हीरे की अंगूठी या जेवर।

3. मिथुन राशि- चांदी के सिक्के और आभूषण, हीरे के आभूषण, चांदी के पात्र व वाहन खरीद सकते हैं।

4. कर्क राशि- स्वर्ण आभूषण खरीदिए। ताबें के बर्तन, सोने के सिक्के, चांदी के सिक्के और आभूषण खरीदें तो शुभ होगा।

5. सिंह राशि- स्वर्ण के सिक्के, स्वर्ण के आभूषण, धार्मिक पुस्तक और कलम खरीदना शुभ रहेगा।

6. कन्या राशि- चांदी के सिक्के, हीरा, वाहन और चांदी के पात्र खरीदना शुभ रहेगा।

7. तुला राशि- चांदी तथा हीरे के सामान क्रय करना शुभ है। वस्त्र और स्टील के बरतन खरीदें।

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8. वृश्चिक राशि- तांबें के पात्र तथा पूजा घर के सामान खरीदें। स्वर्ण आभूषण क्रय करना शुभ फलदायी है। धार्मिक पुस्तक और फूल के बर्तन खरीदें।

9. धनु राशि- धार्मिक पुस्तक खरीदें। स्वर्ण के सिक्के और आभूषण का क्रय करें। फूल के पात्र लें। वाहन भी क्रय कर सकते हैं।

10. मकर राशि- वाहन खरीदना शुभ है। चांदी के सिक्के लें। चांदी और हीरे के आभूषण खरीदना शुभकारी है।

11. कुंभ राशि- स्टील के बर्तन खरीदें। चांदी और हीरे के आभूषण क्रय करना शुभ फल प्रदान करेगा।

12. मीन राशि- सोने के आभूषण तथा सिक्के लें। तांबे और फूल के बर्तन खरीदें। वाहन भी ले सकते हैं। जमीन या मकान के भी खरीदने की शुभ तिथि है।

धनतेरस / धनत्रयोदशी के दिन इन बातों का खास रखें ध्यान...

घर की सफाई का काम धनतेरस के दिन जारी न रखें। इस दिन केवल कुबेर की पूजा न करें। धनवंतरि देवता की उपासना भी जरूर करें। अगर इस दिन धातुओं का क्रय करना है तो सोना, पीतल चांदी या स्टील खरीदना चाहिए।

दिवाली के लिए गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां और अन्य पूजन सामग्री भी धनतेरस के दिन ही खरीद लेें। धन तेरस के दिन लोहा खरीदने से बचना चाहिए। इस दिन थोड़ा बहुत दान भी जरूर करें और यह दान निर्धनों में करें तो ज्यादा अच्छा होगा।

इस दिन दोपहर में धातु के बर्तन एवं सोने चांदी इत्यदि आभूषण क्रय करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इनके साथ ही घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।

धनत्रयोदशी पर सांयकाल दीपक प्रज्वलित करें तथा पूरे घर में प्रकाश करें।