- नवरात्रि के 9 दिनों तक दुर्गा माता को गाय के दूध में शहद मिलाकर भोग लगाना बहुत फलदायी माना जाता है। पूजा-पाठ के बाद इस दूध को घर के सभी सदस्यों में बांट कर प्रसाद रूप में स्वयं भी ग्रहण करें। लेकिन इस बात का विशेष ख्याल रखें कि भोग में गलती से भी तुलसी दल का उपयोग ना करें।

- हिंदू धर्म में हर कार्य की शुरुआत स्वास्तिक चिन्ह से करना शुभ माना जाता है। इसलिए नवरात्रि के प्रथम दिन अपने घर के मंदिर और मुख्य द्वार पर रोली से स्वास्तिक जरूर बनाएं। इससे ना केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा आएगी, बल्कि मां दुर्गा प्रसन्न होकर आपके घर में सदा सुख-शांति बनाए रखेंगी।

- ध्यान रखें कि मां दुर्गा की पूजा करते समय हमेशा लाल और ऊनी आसन पर ही बैठें। यदि लाल आसन मौजूद नहीं है तो किसी कंबल पर लाल कपड़ा बिछा लें और फिर उस पर बैठकर पूजा करें। पूजा के बाद स्वयं के भी लाल तिलक लगाएं। साथ ही मां जगदम्बे को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए 'ॐ ऐं हृीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै' मंत्र का जाप करें।

- हिंदू धर्म में हर स्त्री को शक्ति का रूप माना गया है। जहां बहन-बेटियों का अपमान किया जाता है, उस घर में हमेशा दरिद्रता रहती है। वहीं जिस घर में स्त्रियों का सम्मान किया जाता है उसमें मां दुर्गा सदा विराजमान रहती हैं और आशीर्वादस्वरुप घर के सभी सदस्यों को सुख-सौभाग्य का वरदान देती हैं।
- जो भक्तजन मनोवांछित फल की प्राप्ति चाहता है उसे नवरात्रि में अंबे माता को कौड़ी अर्पित करनी चाहिए। क्योंकि मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में ऐसा करने से जगतजननी खुश होकर सुख-समृद्धि और वैभव का आशीर्वाद देती हैं।
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