
ज्योतिष: आपके स्नान का तरीका ही कर देगा नवग्रहों को शांत, जानें क्या हैं उपाय
ज्योतिष शास्त्र में नवग्रहों को बहुत महत्व दिया गया है और इन ग्रहों का प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। इसलिए यदि कुंडली के ग्रह अशुभ प्रभाव में हैं तो व्यक्ति के जीवन में शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और पारिवारिक जीवन से जुड़ी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में भी ग्रहों को शांत करने के उपाय बताए गए हैं ताकि जीवन के कष्टों से राहत मिल सके। आज हम आपको नवग्रहों को शांत करने के लिए एक ऐसे सरल उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके नहाने के तरीके से जुड़ा है। यानी कि नहाते समय इन उपायों को करने से नवग्रहों को शांत करने में मदद मिल सकती है। तो आइए जानते हैं क्या हैं वे उपाय...
नवग्रह शांति उपाय
सूर्य ग्रह
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली का सूर्य जातक के मानसम्मान, सेहत, यश, प्रसिद्धि आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में यदि कुंडली का सूर्य अशुभ स्थिति में है तो नहाने के पानी में केसर, लाल पुष्प, इलायची डालकर नहाने से सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
चंद्र ग्रह
कुंडली में चंद्र ग्रह को मजबूत करने के लिए नहाने के पानी में सफेद चंदन, गुलाब जल और सफेद रंग का कोई सुगंधित फूल डालकर स्नान कर सकते हैं।
मंगल ग्रह
मंगल ग्रह व्यक्ति के पराक्रम और आत्मविश्वास का कारक माना जाता है। मंगल ग्रह से जुड़े दोष दूर करने के लिए नहाने के पानी में गुड़ और लाल चंदन मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
बुध ग्रह
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में बुध अशुभ स्थिति में है उन्हें नहाने के पानी में चावल, शहद और जायफल मिलाकर नहाने से शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
बृहस्पति ग्रह
गुरु ग्रह को व्यक्ति के वैवाहिक सुख, संतान, वैभव और धन आदि का कारक माना जाता है। बृहस्पति ग्रह को प्रसन्न करने के लिए नहाने के पानी में पीली सरसों और चमेली के फूल मिलाकर स्नान करना शुभ माना जाता है।
शुक्र ग्रह
शुक्र ग्रह को कुंडली में मजबूती देने के लिए आप नहाने के पानी में इलायची और गुलाब जल डालकर स्नान कर सकते हैं।
शनि ग्रह
शनि ग्रह अशुभ स्थिति में हो तो जातक के जीवन में समस्याओं का अंबार लग जाता है। ऐसे में शनि देव की कृपा अपने ऊपर बनाए रखने के लिए नहाने के पानी में सौंफ और काले तिल डालकर स्नान करें।
राहु ग्रह
छाया ग्रह राहु से जुड़े दोषों से मुक्ति पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नहाने के पानी में कस्तूरी मिलाकर स्नान करना शुभ माना जाता है।
केतु ग्रह
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कि केतु ग्रह को भी छाया ग्रह माना गया है। केतु ग्रह के अशुभ प्रभाव से जातक कई समस्याओं से घिर जाता है। ऐसे में केतु ग्रह के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए नहाने के पानी में लोबान और लाल चंदन मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)
यह भी पढ़ें: ज्योतिष: धन और करियर की हर समस्या को दूर कर सकते हैं रोटी के ये 4 आसान उपाय
Updated on:
28 Jun 2022 10:54 am
Published on:
28 Jun 2022 10:53 am
बड़ी खबरें
View Allधर्म
धर्म/ज्योतिष
ट्रेंडिंग
