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हस्तरेखा शास्त्र: हथेली में यहां होता है शनि पर्वत, क्यों इस पर कोई निशान होना नहीं माना जाता शुभ

Shani Parvat In Hand: ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को खास स्थान माना गया है। उसी प्रकार हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार आपकी हथेली में भी शनि पर्वत का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि हाथ में शनि पर्वत पर कोई निशान हो तो व्यक्ति के जीवन के कोई ना कोई परेशानी आती रहती है।

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हस्तरेखा शास्त्र: हथेली में यहां होता है शनि पर्वत, क्यों इस पर कोई निशान होना नहीं माना जाता शुभ

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के हाथ की लकीरों की तरह मौजूद निशानों और पर्वतों का भी खास महत्व होता है। साथ ही इन पर्वतों पर मौजूद चिन्हों से व्यक्ति के जीवन में होने वाली शुभ-अशुभ चीजों के बारे में पता लगाया जा सकता है। इसी प्रकार शनि पर्वत अभी का शास्त्र में खास महत्व बताया गया है। तो आइए जानते हैं हथेली में कहां होता है शनि पर्वत और इसकी स्थिति का क्या प्रभाव पड़ता है जातक के जीवन पर...

हाथ में शनि पर्वत कहां होता है
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की हथेली पर मध्यमा उंगली के नीचे वाला भाग यानी जहां से मध्यमा उंगली की शुरुआत होती है वहां शनि पर्वत होता है। माना जाता है कि यदि शनि पर्वत उभार लिए हुए वह तो यह सौभाग्यशाली व्यक्ति की निशानी होती है। ऐसे लोग बहुत मेहनती होते हैं और जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करते हैं।

क्यों नहीं माना जाता शनि पर्वत पर कोई निशान होना शुभ?
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार शनि पर्वत पर किसी भी तरह का निशान होना शुभ माना जाता। मान्यता है कि जिन लोगों की हथेली पर शनि पर्वत पर क्रॉस या द्वीप का चिन्ह होता है उन लोगों को अपने जीवन में समय-समय पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग स्वास्थ्य और धन संबंधी समस्याओं से घिरे रहते हैं। ऐसे में शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए ज्योतिष अनुसार शनिदेव के मंत्रों के जाप और उनकी पूजा की सलाह दी जाती है।

(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)

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