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Shravan Shivratri 2022: सावन में किस दिन पड़ेगी शिवरात्रि, भोलेनाथ को करना है प्रसन्न तो इस तरह करें पूजा

Sawan Shivratri 2022 Date: शास्त्रों के अनुसार सावन का महीना भोलेनाथ की पूजा के लिए बहुत खास माना गया है। साथ ही मान्यता है कि जो व्यक्ति सावन मास की शिवरात्रि को जलाभिषेक करके भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा करता है उसकी सभी मुरादें पूरी होती हैं।

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Shravan Shivratri 2022: सावन में किस दिन पड़ेगी शिवरात्रि, भोलेनाथ को करना है प्रसन्न तो इस तरह करें पूजा

Sawan Shivratri 2022 Date And Puja Vidhi: हिंदू धर्म शास्त्रों में शिवरात्रि पर्व को भोलेनाथ की पूजा और भक्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार मासिक शिवरात्रि हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को पड़ती है। लेकिन भोलेनाथ को प्रिय सावन के महीने में पड़ने वाली शिवरात्रि का खास महत्व है। साल 2022 में श्रावण मास 14 जुलाई से शुरू होगा और श्रावण पूर्णिमा के साथ 12 अगस्त 2022 को इसका समापन होगा। तो आइए जानते हैं कि साल 2022 में सावन मास की शिवरात्रि किस दिन पड़ेगी और भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए किस विधि द्वारा करें पूजा...

श्रावण शिवरात्रि 2022 में कब है?
पंचांग के अनुसार साल 2022 में सावन महीने में शिवरात्रि 26 जुलाई, मंगलवार को पड़ेगी।

सावन शिवरात्रि 2022 तिथि
पंचांग के मुताबिक सावन मास की चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 26 जुलाई को शाम 6:46 बजे से होकर इसका समापन 27 जुलाई को रात्रि 9:11 बजे पर होगा। वहीं शिवरात्रि व्रत का पारण मुहूर्त 27 जुलाई 2022 की सुबह 8:41 बजे से दोपहर 3:52 बजे तक है।

पूजा विधि
माना जाता है कि शिवरात्रि की पूजा जो व्यक्ति पूरे विधि-विधान से करता है उस पर भोलेनाथ की विशेष कृपा होती है और उसके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। सावन की शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके घर के पूजा स्थल की साफ-सफाई करके वहां गंगाजल के छींटे मारकर पवित्र करें। शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक को भी बहुत फलदायी माना गया है। जलाभिषेक के दौरान शिवलिंग पर जल, दूध, दही, चीनी, शहद, इत्र, भांग, धतूरा, गंगाजल, बेलपत्र और सफेद फूल चढ़ाएं। फिर माता पार्वती को अक्षत, फूल, फल और सुहाग की चीजें चढ़ाएं। तत्पश्चात शिव चालीसा और शिवरात्रि की कथा का पाठ करें। फिर पूजा के अंत में भोलेनाथ की आरती करें।

(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)

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