1. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के पूर्व, पश्चिम और उत्तर दिशा में खिड़कियां बनवाना शुभ माना जाता है। वहीं कोशिश करें कि घर में पूर्व दिशा में अधिक से अधिक खिड़कियां बनवाएं ताकि सुबह सूर्योदय होते ही प्रकाश घर के भीतर प्रवेश कर सके। इससे घर और उसमें रहने वाले लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
2. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि घर में दक्षिण दिशा में खिड़कियां नहीं बनानी चाहिए क्योंकि इसे यम की दशा माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में खिड़कियां होने से घर के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लगी रहती हैं। लेकिन यदि घर की दक्षिण दिशा में खिड़कियां हैं भी तो उन्हें हमेशा बंद रखने की कोशिश करें।
3. अगर घर की उत्तर दिशा में कोई खिड़की नहीं है तो वहां गैलरी बनवाकर उसमें एक खिड़की बनवा देना शुभ होता है। क्योंकि इस दिशा में खिड़की होने से घर के मालिक की आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है।
4. यदि आपके घर में खिड़कियों के पल्ले अंदर और बाहर दोनों तरफ हैं तो आपको खिड़की के अंदर वाले पल्ले ही खोलने चाहिए।
5. घर के प्रवेश द्वार के पास बनी हुई खिड़कियां अथवा उनकी कुंडियां कभी भी टूटी हुई नहीं होनी चाहिए। अगर खिड़कियों में कुछ खराबी आ गई है तो तुरंत उसे सही करवा लें। इसके साथ ही खिड़कियों को खोलते और बंद करते समय उन में से आवाज आना भी शुभ नहीं माना जाता है।
6. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की किसी भी खिड़की के आगे मोबाइल टावर या ट्रांसफार्मर आदि नहीं लगा होना चाहिए क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है और बच्चों की पढ़ाई पर गलत असर पड़ता है। अगर ऐसा है भी तो उन खिड़कियों पर परदे लगा दें या फिर खिड़की के बाहर की तरह गमलों में पौधे लगाना नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है।