
मजदूर को कर्मचारी बता बेटे को दे दी अनुकंपा नियुक्ति (सोर्स: पत्रिका फाइल फोटो)
compassionate appointment: मध्य प्रदेश के रीवा शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति से जुड़ा फर्जीबाड़ा सामने आया है। ऐसी शिक्षिका के नाम पर अनुकंपा नियुक्ति दी गई है जो विभाग में कभी रही ही नहीं। फर्जी दस्तावेज शिक्षिका की नौकरी के ही नहीं, बल्कि आवेदक के स्थाई पते के भी लगाए गए। करीब महीनेभर की सेवा पूरी होने संबंधित ने वेतन मांगा तो दस्तावेजों की जांच शुरू हुई। पता चला कि सब फर्जी है। मामला कलेक्टर तक पहुंचा। जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच कमेटी बनाई है। अनुकंपा नियुक्ति भी निरस्त कर दी है।
अनुकंपा नियुक्ति का आदेश 11 अप्रैल 2025 को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जारी हुआ था। कथित तौर पर शासकीय प्राथमिक शाला देरा (मऊगंज) में पदस्थ रही सहायक शिक्षक बेलाकली कोल की 16 मई 2023 को मृत्यु के बाद पुत्र बृजेश कुमार कोल को भृत्य पद पर अनुकंपा नियुक्ति का उल्लेख था। नियुक्ति गंगेय ब्लॉक के माध्यमिक विद्यालय जोड़ौरी में दी गई थी। बृजेश ने जोड़ौरी में 17 अप्रैल को ज्वाइन करा लिया गया। संबंधित ने जब अप्रैल का वेतन मांगा तो जोड़ौरी प्राचार्य ने दस्तावेजों की जांच की। मामला संदिग्ध लगा तो डीइओ को बताया।
इस पर जिला शिक्षा अधिकारी सुदामालाल गुप्ता ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही जांच टीम गठित कर दी गई है और प्रथम सूचना के आधार पर नियुक्ति भी निरस्त कर दी गई है। जिस स्तर पर गड़बड़ी होगी संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि डीईओ को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। फर्जीवाड़ा पाया गया तो संबंधित के विरुद्ध एफआइआर के साथ ही विभाग के जिमेदारों पर भी कार्रवाई होगी।
Published on:
29 May 2025 08:55 am
बड़ी खबरें
View Allरीवा
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
