रीवा से प्रयागराज को जोडऩे वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 सोहागी ओवर ब्रिज के नीचे शुक्रवार देर रात बम मिलने की खबर से सनसनी फैल गई थी। स्थानीय लोगों ने यहां एक डिब्बे को पड़े देखा जिसमें वायर आपस मे जुड़े हुए थे। बम होने की खबर से स्थानीय लोग दहशत में आ गए। सूचना पुलिस को दी गई जिस पर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। हालांकि शनिवार को पूरे मामले की जांच पूरी हुई तब बम की सूचना झूठी निकली।
प्रथम दृष्टया डिब्बे में संदिग्ध वायर आपस में जुड़े हुए थे जिसको लेकर पुलिस के भी होश उड़ गए। तत्काल पुलिस ने पूरा इलाका खाली करवा दिया था और हाईवे में आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया। बम मिलने की खबर से लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस ने कंट्रोल रूम से बम स्क्वाड को सूचना दी जिस पर बम स्क्वाड की टीम पहुंची। बम स्क्वाड ने इस डिब्बे की जांच की। शनिवार को बताया गया कि यह बम नहीं एक खाली डिब्बा था और बम की खबर झूठी निकली। हालांकि इसे यहां कौन रखा गया है इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है।
पूर्व में भी मिल चुके हैं सिलेंडर बम
रीवा जिले में पूर्व में बम मिलने की घटनाएं हो चुकी हैं। करीब 4 साल पूर्व गढ़ कस्बे में एक सिलेंडर बम मिला था जिसमें एक संदेश भी लिखा हुआ था। गढ़ पुलिस ने उस सिलेंडर बम को डिफ्यूज करवाया था। हालांकि उस समय देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के सिलेंडर बम मिलने की घटनाएं हुई थी लेकिन उस सिलेंडर बम को रखने वाले आरोपी का भी पता नहीं चल पाया था।
बम मिलने की सूचना पर एसडीएम त्योंथर संजीव पांडेय, तहसीलदार सहित चाकघाट, जनेह, सोहागी सहित आसपास के अन्य स्थानों का बल मौके पर पहुंच गया था। धमाके से निपटने के लिए अलग-अलग स्थानों से फायर ब्रिगेड वाहन भी बुलवा ली गई थी। वहीं, एंबुलेंस व डॉक्टरों की टीम भी बुलाई गई। करीब 500 मीटर दूर से पूरा ट्रॉफिक रोक दिया गया था और ओवरब्रिज में जाने की किसी को भी अनुमति नहीं थी। हालांकि शनिवार को जब जांच पूरी हुई तो बम की सूचना झूठी निकली।
10 मीटर दूर है पेट्रोल पंप
जिस स्थान पर यह संदिग्ध डिब्बा रखा हुआ था वहां आवागमन काफी ज्यादा होता है। यह ओवरब्रिज त्योंथर मुख्यालय को हाईवे से जोड़ता है जिसकी वजह से यहां यातायात का दबाव ज्यादा रहता है। यदि वास्तव में इस डिब्बे में बम निकला होता तो इसका धमाका आसपास काफी तबाही मचा सकता था।