29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सहकारी बैंक के सबसे बड़े घोटाले में देखिए आरोपियों की पूरी सूची, कैसे-कैसे रसूखदार भी शामिल

  सहकारी बैंक घोटाले की सुनवाई अब जबलपुर में होगी- डभौरा ब्रांच में हुई अनियमितता के सभी 67 आरोपियों के सुने जाएंगे प्रकरण- रीवा में हो रही सुनवाई में पक्षपात के लगाए जा रहे थे आरोप

2 min read
Google source verification

रीवा

image

Mrigendra Singh

Jul 30, 2019

rewa

cooperative bank dabhaura rewa scam


रीवा। जिला सहकारी बैंक के डभौरा ब्रांच में हुए घोटाले के एक मामले की सुनवाई अब जबलपुर में होगी। शासन स्तर से यह निर्णय लिया गया है। जिसमें संयुक्त पंजीयक न्यायिक सहकारी संस्थाएं जबलपुर में सभी के पक्ष सुने जाएंगे। बैंक के संड्रीज एकाउंट में धोखाधड़ी कर करीब 26 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई है। जिसमें आपराधिक मामलों की जांच सीआइडी भोपाल एवं डभौरा थाने की पुलिस कर रही है। दो एफआइआर शुरुआत में ही दर्ज किए गए थे। बाद विभाग की ओर से भी २५ मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें अरुण प्रताप सिंह निवासी पद्मधर कालोनी जो सहकारी बैंक डभौरा के ब्रांच मैनेजर रहे हैं, उन पर भी मामला दर्ज कराया गया था। सहकारिता के संयुक्त पंजीयक न्यायिक रीवा की न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही थी। लगातार आरोप लगते रहे हंै कि स्थानीय स्तर पर ठीक से सुनवाई नहीं हो पा रही है। जिला सहकारी बैंक की ओर से अरुण प्रताप के विरुद्ध दर्ज कराया गया मामला जबलपुर ट्रांसफर कर दिया गया है। इसकी पहली सुनवाई ३० जुलाई को आयोजित की गई है। जिसमें आरोपियों से उनका पक्ष जाना जाएगा।
- जिनके खाते में राशि गई सभी से होगी पूछताछ
सहकारी बैंक की डभौरा शाखा में के संड्रीज एकाउंट की राशि को तत्कालीन मैनेजर रामकृष्ण मिश्रा, अरुण प्रताप सिंह एवं अन्य कर्मचारियों ने मिलकर लोगों के खातों में राशि ट्रांसफर की थी। इसमें कई लोगों से बैंक कर्मचारियों ने अपने स्वयं के लिए कर्ज लिया था और बतौर भुगतान बैंक की राशि को आनलाइन ट्रांसफर कर दिया। जिनके खातों में राशि गई है उसमें कई व्यापारी हंै। जिन्हें पता नहीं था कि उक्त राशि बैंक के संड्रीज एकाउंट से घपला करते हुए भेजी जा रही है। मामला उजागर होने के बाद जिनके भी खाते में राशि गई है उन सबसे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि कई ऐसे भी खाते हैं जो प्रदेश के बाहर हैं, उनके खाते का ब्यौरा ही अब तक संबंधित बैंकों की ओर से नहीं दिया गया है।
दर्ज कराए गए मामले में
अरुण प्रताप सिंह, रामकृष्ण मिश्रा, रामवली वर्मा, रावेन्द्र सिंह, राजेश सिंह, संदीप सिंह, जय सिंह, आशीष गुप्ता, अमर सिंह, श्रीकृष्ण मिश्रा, अभय कुमार मिश्रा, अमित कुमार मिश्रा, लखनलाल वर्मा, रामनरेश नापित, अंजनी मिश्रा, विजय द्विवेदी, राजेश मिश्रा, बृजेश उर्मलिया, उर्मिला देवी, रमेश सिंह, संजय गुप्ता, अजय सिंह, प्रणेशचंद्र मिश्रा, जीएल मिश्रा, सुरेश साठी, राम मिश्रा, अनिल कुमार, राजीव मिश्रा, राजेन्द्र मोहन मिश्रा, अखिलेश सिंह, बीना नापित, विजय शंकर द्विवेदी, बृज ट्रेडर्स रीवा, कमलेश शुक्ला, एसके इंटरप्राइजेज, नतिलाल सिंह, राजेश ट्रेडर्स, अजय कुमार सिंह, लवकुश गुप्ता, प्रमोद सिंह, मुक्ता द्विवेदी, मीना गुप्ता, केवला देवी श्रीवास्तव, देवकली मिश्रा, सर्वेश प्रताप सिंह, ओम गुरुकृपा ट्रेडर्स, ज्ञानचंद गुप्ता, हरिओम इंटरप्राइजेज, अर्मलिया फिल एण्ड फ्लाई प्वाइंट, सिंह टे्रडर्स, अंजनी शुक्ला, अखिलेश प्रताप सिंह, बृजेश सिंह, पंकज कुमार पाण्डेय, आरके एण्ड संस, प्रेमा सिंह, प्रदीप तिवारी, रामसागर नामदेव, विश्वनाथ सिंह, शुभम सिंह, पुष्पराज सिंह, सविता सिंह, अमरनाथ पाण्डेय, वीएस परिहार, आरके पचौरी, टाटा मोटर्स फाइनेंस आदि शामिल हैं।
---
जेआर कोर्ट में चल रहा प्रकरण जबलपुर स्थानांतरित हुआ है। इसके लिए हमें संबंधित पक्षों तक नोटिस तामीली के लिए कहा गया था। सबको सूचित कर दिया है। इनके पक्ष को जबलपुर में सुना जाएगा।
आरएस भदौरिया, सीइओ जिला सहकारी बैंक