
Farmer receive a grant of Rs. 4000 in the Halder Yojana of Agriculture
रीवा। फसल की उत्पादकता कम है। खेत में खरपतवार अधिक होते हैं या फसल रोग का शिकार बन जाती है तो फिर समझिए आपके खेत की सेहत खराब है। खेत की खराब सेहत को दुरुस्त करने के लिए यह समय बिल्कुल उपयुक्त है। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक खेत की गहरी जोताई कर इन सभी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है।
जल्द जारी होगा योजना का लक्ष्य
किसान ग्रीष्मकाल में खाली खेतों की सेहत दुरुस्त कर सकें, इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारी भी सक्रिय हो गए हैं। हालांकि अभी शासन स्तर से इसको लेकर कवायद नहीं शुरू हो सकी है। अधिकारियों के मुताबिक जल्द ही शासन स्तर से लक्ष्य जारी किया जाएगा।
बरसात के पहले करें जोताई
विभाग की ओर से हलधर योजना के तहत किसानों को खेत की गहरी जोताई के लिए अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। शासन की ओर से अनुदान की योजना इसलिए शुरू की गई है ताकि किसान गर्मी के मौसम में बरसात से पहले अपने खेतों की गहरी जोताई करा सकें।
उत्पादन में जबरदस्त इजाफा
खेत की गहरी जोताई करने के बाद उत्पादकता में जबरदस्त इजाफा होगा। यह दावा न केवल कृषि वैज्ञानिकों का है। बल्कि गत वर्ष की गई खेत की गहरी जोताई के बाद मिला अधिक उत्पादन इसका उदाहरण भी हैं। कई किसान पिछले कई वर्षों से प्रति वर्ष गर्मी में खेत की गहरी जोताई करते आ रहे हैं।
गहरी जोताई से होने वाले लाभ
- खरपतवार के बीज तेज तापमान में नष्ट हो जाते हैं।
- मिट्टी में पल रहे रोगजनित कीड़े भी खत्म हो जाते हैं।
- गहरी जोताई से खेत की मिट्टी में उर्वरता बनी रहती है।
- फसल के अवशेष मिट्टी में दबकर खाद बन जाते हैं।
- पानी भरने से मिट्टी में नमी गहराई तक पहुंच जाती है।
फैक्ट फाइल:-
11 हजार हेक्टेयर प्रति विकासखंड संभावित लक्ष्य
02 हेक्टेयर पर अनुदान सामान्य वर्ग के किसानों को
04 हेक्टेयर पर अनुदान एससी-एसटी वर्ग के किसानों को
02 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की गहरी जोताई पर अनुदान
Published on:
29 Apr 2018 02:49 pm
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