6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रीवा में जल्द उतर सकेंगे जी-२० हवाई जहाज

हवाई पट्टी का उन्नयन पूरा ,मुंबई व दिल्ली महानगरों के सीधे यात्रियों को मिलेंगे प्लेन

2 min read
Google source verification

रीवा

image

Lok Mani Shukla

May 30, 2018

G-20 airplane to be available soon in Rewa

G-20 airplane to be available soon in Rewa

रीवा। चोरहटा हवाई पट्टी के उन्यन्न का कार्य पूरा हो गया है। अब हवाई सेवा प्रांरभ करने की कवायद तेज हो गई है। यहां जल्द जी-२० जैसे विमान उतर सकेंगे।
रीवा में हवाई यात्रा को बेहतर बनाने के लिए २ करोड़ रुपए की लागत से हवाई पट्टी का उन्नयन किया गया है। अब हवाई पट्टी की लंबाई 1400 मीटर हो गई है। इसके पहले हवाई पट्टी की लंबाई 12 सौ मीटर होने के कारण छोटे व निजी विमान ही उड़ान भर रहे थे। अब यहां से जी-२० तक के विमान उड़ानभर सकेंगे।
रीवा में ह्वाइट टाइगर सफारी प्रांरभ होने के बाद हवाई यात्रा प्रांरभ होने से विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। वहीं, मुम्बई, दिल्ली के साथ अन्य राज्यों के सेवा मिलने लगेगी।

हेलीपैड काम भी पूरा-
हवाई पट्टी के उन्नयनन के साथ ही हैलीपैड के सुधार का कार्य भी पूरा हो गया है। हैलीपैड की गिट्टी उखडऩे के कारण इसका मरम्मत कराया गया है।

काम हो गया है पूरा
लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण हवाई पट्टी का उन्नयन का काम पूरा हो गया है। अब यहां से जी 20 जैसे हवाई जहाज उतर सकेंगे।

जल्द चालू होगी उड़ाने
जिले में हवाई पट्टी का उन्यन्न करने के बाद जल्द ही रीवा से हवाई सेवा प्रांरभ होगी। इसके पहले रीवा से सिर्फ ९ सीटर प्लेन चल रहा है। पीपीपी योजना में सरकार ने यहां से हवाई सेवा प्रांरभ की थी। बताया जा रहा है हवाई पट्टी को उन्नयनन होने के बाद राज्य सरकार नगरीक उड्यन विभाग को भेजा गया। उड्यन विभाग हवाई पट्टी का निरीक्षण कर सुविधाओं को देखते के बाद हवाई सेवा के लिए अनुमति प्रदान करेगा।

सीएम ने की थी घोषणा
विंध्य महोत्सव प्रारंभ के दौरान पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने रीवा में एयरपोर्ट बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी। सीएम की घोषणा के बाद २ करोड़ रुपए का बजट हवाई पट्टी के उन्नयनन के लिए राज्य सरकार ने दिया है। हवाई पट्टी का उन्नयनन के दौरान तीन महीने तक हवाई जहाजों को उतरने पर रोक लगाई गई थी।