14 अगस्त सन् 1991 को आकांक्षा का जन्म रीवा जिले के ग्राम नदहा में हुआ था। उनकी प्राथमिक शिक्षा भी गांव में हुई लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली में पूरी की। दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने बीकाम आनर्स किया। इसके बाद गायकी के क्षेत्र में आ गईं।
देश के मशहूर गजल गायक उस्ताद अजमल अली खां से गायकी की ट्रेनिंग ली। लगभग १४ साल की रियाज के बाद आकांक्षा पटियाला घराने की सूफी सिंगर बनी। सूफी गजल गायकी में उनका कोई सानी नहीं है। उनकी मां संध्या पिडि़हा के भाई सागर घराने के मशहूर तबला वादक हैं। आकांक्षा बताती हैं कि गजल गायकी के लिए मां एवं मामा ने ही प्रेरित किया।
सूफी गजल गायकी के क्षेत्र में आकांक्षा न केवल भारत के प्रमुख शहरों बल्कि विदेशों में भी धूम मचा चुकी हैं। उन्होंने दुबई और कनाडा में अपनी प्रस्तुति देकर खासी ख्याति हासिल की। दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, हरियाणा के रोहतक, कुरूक्षेत्र में उनके कई सफल प्रोग्राम हुए हैं। हजरत अली खुसरो की गायकी में आकांक्षा को समां अवार्ड भी मिला है।
आकांक्षा ने अपनी प्रतिभा के दम पर मप्र के एक छोटे से गांव से निकलकर विंध्य का मान बढ़ाया है। बता दें कि मिस इंडिया के लिए 15 प्रतिभागियों का चयन होता है, जिसमें आकांक्षा शामिल हुई हैं। अगले साल होने वाले मिस इंडिया में वह भी प्रतिभाग करेंगी। यह इस क्षेत्र और रीवा के लिए गौरव की बात है। उनके पिता आनंद ने कहा कि बेटी का रुझान बचपन से ही गजल गायकी में था। वे इसके लिए कड़ी मेहनत व रियाज करती हैं।