
मऊगंज की पहली कलेक्टर नहीं होंगी सोनिया मीणा, ज्वाइनिंग से पहले ही बदला आदेश, इन्हें मिली कमान
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा रविवार को सूबे के जिले से मऊगंज को अलग करते हुए मध्य प्रदेश के 53वें जिले की घोषणा की है। यानी मऊगंज के अंतर्गत आने वाली तीन तहसीलों में अब खुद का सरकारी तंत्र होगा। जिला घोषित होने के साथ ही यहां के कलेक्टर और एसपी के नाम भी घोषित कर दिए थे। ऐसे में जिले की पहली कलेक्टर का प्रभार सोनिया मीणा को सौंपा गया था, जिसे पदभार संभालने से पहले आदेश के चंद घंटों के भीतर निरस्त कर दिया गया है। यानी अब सोनिया मीना की जगह मऊगंज के पहले प्रभार संभालने वाले 2013 बैच के ही आईएएस अजय श्रीवास्तव होंगे।
आपको बता दें कि, रविवार शाम आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजनाएं की संचालक सोनिया मीणा को मऊगंज का पहला कलेक्टर बनाने का आदेश दिया था। लेकिन, कुछ घंटों के भीतर ही सरकार की ओर से आदेश को बदलते हुए आदिवासी विकास विभाग में अपर आयुक्त अजय श्रीवास्तव को मऊगंज का नया कलेक्टर बनाया गया है। हालांकि, मऊगंज के पहले एसपी वीरेंद्र कुमार जैन ही रहेंगे।
ये होंगे मऊगंज के पहले कलेक्टर अजय श्रीवास्तव
जारी हुआ नया आदेश
मऊगंज जिले का गठन मध्य प्रदेश भू-राजस्व संहिता, 1959 (क्रमांक 20 सन 1959) की धारा 13 की उपधारा के तहत किया गया है। इसे लेकर गजट प्रकाशित कर दिया गया है। रीवा जिले की तीन तहसीलों को मऊगंज जिले में शामिल किया गया है। जिले की कुल जनसंख्या 6 लाख 16 हजार 645 है। इनमें 6 लाख मतदाता होंगे। इसमें नईगढ़ी तहसील के 382 गांव, मऊगंज तहसील के 341, हनुमना तहसील के तहसील के 343 गांव और देव तालाब तहसील के गांव जोड़कर नया जिला होगा। जिला मुख्यालय मऊगंज ही है। वहीं, नए जिले के गठन के बाद रीवा में हुजूर, हुजूरनगर, जवा, त्योंधर, रायपुर, कर्चुलियान, गुढ़, सिरमौर, सेमरिया और मनगंवा बच गई हैं।
Updated on:
14 Aug 2023 04:17 pm
Published on:
14 Aug 2023 01:35 pm
बड़ी खबरें
View Allरीवा
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
