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स्वच्छता सर्वेक्षण : तैयारियां फीकी दिखने लगी, सर्वे की तारीख का पता नहीं

- अप्रेल-मई महीने सर्वे के लिए नगर निगम ने पूरे शहर में रंगरोगन कराया था, बरसात के चलते चमक हो रही कमजोर

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रीवा

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Mrigendra Singh

Jul 06, 2023

rewa

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रीवा। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पूरे साल की जाने वाली तैयारियों के बाद मूल्यांकन के लिए होने वाले सर्वे को लेकर इस साल तारीखों को लेकर असमंजस है। जो सर्वे जनवरी-फरवरी के बीच होना था, उसकी तारीख बढ़ाकर अप्रेल-मई का समय दिया गया था।

इस बीच नगर निगम ने शहर में सर्वे के मद्देनजर व्यापक तैयारियां की थी। पूरे शहर में रंगरोगन कराया गया है। अब बरसात शुरू हो गई है, जिसकी वजह से रंगरोगन की चमक फीकी दिखने लगी है। नगर निगम ने करीब ५६ लाख रुपए खर्च कर शहर की प्रमुख दीवारों और अन्य स्थलों में चित्रकारी कराई है, इससे शहर की सुंदरता बढ़ी है लेकिन अब बरसात के कारण यह खराब होने लगी है।

सर्वे कब होगा अब तक तारीख तय नहीं हो पाई है। निगम के अधिकारियों को भोपाल और दिल्ली से तैयारी बनाए रखने के लिए कहा जा रहा है। अब बरसात के दिनों में शहर में पहले जैसी स्वच्छता नहीं दिख रही है। सड़कों पर कीचड़ और कचरा नजर आ रहा है। इस साल सर्वे को लेकर कोई निर्धारित अवधि घोषित नहीं होने के कारण निगम प्रशासन भी उदासीन होता जा रहा है। जिसके चलते कई तैयारियां अब तक कमजोर हैं। सड़कों के किनारे खुली नालियों में मलबा भरा नजर आ रहा है।
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कचरा प्रबंधन से आम लोग नहीं जुड़ पाए
स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के लिए इस बार 9500 अंक रखे गए हैं। इसमें कचरा प्रबंधन के लिए अलग-अलग तरह से अंक निर्धारित हैं। डोरटूडोर कचरा कलेक्शन के 300 अंक जबकि सोर्स पर सेग्रिगेशन पर भी 300 अंक हंै। यानि जो 100 फीसदी इसे करेगा उसे लाभ मिलेगा। रीवा शहर में अभी शतप्रतिशत कचरा कलेक्शन नहीं हो रहा है। हर जगह वाहन नियमित रूप से नहीं पहुंच पा रहे हैं। साथ ही सोर्स पर सेग्रिगेशन अब भी कमजोर है। अभी भी लोग इसके प्रति जागरूक नहीं हैं और कचरा लेने वाले भी इस पर सख्ती नहीं करते हैं। इसलिए लोग गीला और सूखा कचरा अलग-अलग नहीं रख रहे हैं। अधिकांश घरों में यह दोनों कचरे मिला दिए जाते हैं। जो लोग अलग-अलग कचरा देते भी हैं उस कचरे को वाहन में एकत्र कर दिया जाता है।
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कई ऐसे कार्य जो पूरे नहीं हो पाए
- डोर टू डोर कलेक्शन : इसके लिए 300 अंक निर्धारित किए गए हैं। रीवा शहर में अभी शत प्रतिशत कलेक्शन नहीं हो रहा है।

- सोर्स पर सेग्रिगेशन - इसके भी 300 अंक मिलनें हैं लेकिन सूखा और गीला कचरा अलग-अलग लोग नहीं देते। जिससे सर्वे के दौरान इसके अंक कट सकते हैं।
- पब्लिक एरिया में सफाई - नियम है कि दिन और रात मिलाकर तीन बार इन स्थलों की सफाई में रीवा में कुछ जगह दो बार हो रही है, अधिकांश जगह एक बार ही होती है। इसके लिए 300 अंक निर्धारित हैं
- जलस्त्रोत सफाई - शहर से दो नदियां गुजरती हैं और कई तालाब और नाले हैं, इनकी सफाई पर जोर नहीं है। इसमें 75 अंक मिलेंगे।
- सिंगल यूज्ड प्लास्टिक प्रतिबंध- शहर से निकलने वाले कचरे में करीब 40 प्रतिशत हिस्सा सिंगल यूज प्लास्टिक का होता है। रीवा में इस पर विशेष काम नहीं हुआ है। इसमें 150 अंक हैं।
- प्रमोशन थ्री-आर सेंटर्स- हर वार्ड में खोला जाना था लेकिन साईंमंदिर के सामने खुला है, कुछ और मोहल्लों में तैयारी चल रही है। इसके 80 अंक हैं।
- वेस्ट टू वंडर पार्क - इसके लिए 100 अंक निर्धारित हैं। शहर में केवल एक ही जगह पर पहले से बना है, उसी को सुधारा जा रहा है। अन्य जगहों पर नहीं बना पाए।
- जीरो वेस्ट इवेंट- इसके 90 अंक हैं, इसमें लोगों को जागरुक करना है कि उनके यहां जो कचरा निकलता है उसका फिर से उपयोग कर लिया जाता है। स्थिति कमजोर है।
- सेनेटरी वर्कस व इंफॉर्मल - इसके लिए 130 अंक निर्धारित हैं लेकिन नगर निगम की ओर से कोई बड़ा काम नहीं हुआ।
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15 अगस्त तक शहर में चलेगा जागरुकता अभियान
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर पांच जुलाई को नगरीय प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किया है कि सभी निकायों में आगामी १५ अगस्त तक जागरुकता अभियान चलेगा। इसमें स्वच्छता सर्वे के प्रति लोगों को जागरुक किया जाएगा। इस दौरान हर सप्ताह के हिसाब से अलग-अलग थीम रखी गई है। पहले सप्ताह में मेरा शहर- मेरी पहचान, स्वच्छ बाजार ज्यादा व्यापार, हर दिन ट्विन बिन अभियान, स्वच्छ यात्रा सुखद यात्रा, स्वच्छ परिवार, स्वच्छ ज्ञान, स्वच्छ और स्वतंत्र भारत अभियान भी चलाए जाएंगे। इस दौरान लोगों को बताया जाएगा कि सर्वे के दौरान सकारात्मक फीडबैक दें।
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अगले सप्ताह से सर्वे प्रारंभ होने की उम्मीद
रीवा ही नहीं पूरे प्रदेश में अभी सर्वे प्रारंभ नहीं हुआ है। इंदौर-भोपाल जैसे शहरों में १५ जुलाई के बाद सर्वे प्रारंभ होने का अनुमान है। इसके बाद रीवा में भी स्वच्छता सर्वे की टीम आने की संभावना है। इस कारण नगर निगम आयुक्त ने अधिकारियों को वार्डों में नजर बनाए रखने को कहा है। रीवा में दो तरह के सर्वे होना है, एक गारबेज फ्री सिटी और दूसरा सर्विस लेवल प्रोग्रेस का सर्वे होगा। इस दौरान सिटीजन फीडबैक भी लिया जाएगा।
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स्वच्छता सर्वेक्षण की हमारी तैयारियां पूरी हैं। वार्डों में बराबर निगरानी के लिए अधिकारी पहुंच रहे हैं। सर्वे कब होगा इसकी सूचना नहीं है लेकिन स्वच्छता जागरुकता गतिविधियां लगातार चल रही हैं।
संस्कृति जैन, आयुक्त नगर निगम रीवा
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