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विल्डप इंडिया : गौशालाओं में बनाएंगे वर्मी कम्पोस्ट यूनिट, गांव-गांव तैयार होगी जैविक खाद

जिले की गौशालाओं में जैविक खाद तैयार कर किसानों की खेती को लाभ का धंधा बनाने में सार्थक पहल की गई है

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रीवा

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Rajesh Patel

Jun 20, 2020

Vermi compost units will be built in cowsheds

Vermi compost units will be built in cowsheds

रीवा. जिले की गौशालाओं में जैविक खाद तैयार कर किसानों की खेती को लाभ का धंधा बनाने में सार्थक पहल की गई है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास व पशु चिकित्सा विभाग ने पहल की है कि गौशालाओं में जैविक खाद तैयार के लिए वर्मी कम्पोस्ट यूनिटें बनाई जाएंगे। जिससे स्थानीय लोगों को गौशाला में रोजगार के साथ ही खेती व पशु पालन को लाभ का धंधा बनाया जा सके। इस योजना में गांव-गांव किसान व युवाओं को रेाजगार मिलने की संभावना है। इस योजना के तहत ग्राम पंचायतों की सरकारी जमीनों पर चाराागह भी विकसित किया जाएगा।

बांस गांव समेत 34 पंचायतों में गौशालाएं तैयार
जिले के गंगेव जनपद के बांस गांव में लगभग 27 लाख रुपए की लागत से गौशाला तैयार हो गई है। जिला पंचायत अधिकारियों का दावा है कि प्रारंभिक चरण में 34 गौशालाएं तैयार की गई हैं। प्रदेश के बाहर से लौटे प्रवासियों को भी गौशालाओं में रोजगार मिल सके। इस के लिए गौशालाओं में पशु पालन के साथ ही जैविक खाद तैयार करने के लिए संसाधन डवलप किया जाएगा।

पशुपालन को मिलेगा बढ़ावा
गौशाला परिसर में वर्मी काम्पोस्ट यूनिट बनाकर जैविक खाद तैयार की जाएगी। जिससे गौशालाओं में पशुओं के गोबर व मूत्र का उपयोग जैविक खाद के रूप में किया जा सके। जिससे गांवों में पशुपालन बढ़ेगा। और जैविक खाद से कृषि का उत्पादन बेहतर किया जा सकता है। जैविक खाद तैयार करने से स्थानीय लोगों को रोजगार के भी अवसर मिलेंगे।

मनरेगा के तहत पशुपालन को मिलेगा बढ़ावा
जिले में 827 ग्राम पंचायतें हैं। पशु पालन को बढ़ावा देने के लिए मनरेगा के तहत पशुशेड बनाने की योजना का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है। चार साल पहले पशु शेड बनाए जा रहे थे। बीच में रोक लगा दी गई थी। अब एक बार फिर पशु पालन को लाभ का धंधा बनाने के लिए मनरेगा के तहत पशुशेड बनाने की कावयद शुरू हो गई है। इस शेड के बनाए जाने से पशुओं के साथ ही उनसे मिलने वाला गोबर व मूत्र भी एकत्रित किया जा सकेगा। जिसका उपयोग जैविक खाद बनाने में हो सकेगा। जैविक खाद से न केवल खाद उपलब्ध होगी। बल्कि जैविक खाद की बिक्री कर मुनाफा भी कमाया जा सकेगा।

पशु चिकित्सा विभाग द्वारा जिले में स्थापित 34 गौशालाओं में वर्मीकम्पोस्ट यूनिट का निर्माण कर जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जायेगा और चारागाह विकसित किया
डॉ राजेश मिश्रा, पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त संचालक