
फाइल फोटो
बीना. जेपी थर्मल पावर प्लांट में हुए हादसों के बाद यहां कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा में लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। साथ ही लोगों ने ज्ञापन सौंपकर जेपी प्लांट की जांच करने की मांग उठाई थी।
इसके बाद एसडीएम देवेन्द्र प्रताप सिंह ने आठ सदस्यीय टीम गठित की है, जिसमें कर्मचारियों की सुरक्षा, आपातकालीन परिस्थितियों में बचाव के लिए उपाय, दुर्घटना में कर्मचारियों की मृत्यु होने पर आर्थिक सुरक्षा एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं की जांच की जाएगी। साथ ही जांच के बाद सुधार के लिए सुझाव भी मांगें गए हैं। टीम में तहसीलदार सुनील शर्मा, आरइएस एसडीओ रितु जैन, बीएमओ डॉ. अरविंद गौर, थाना प्रभारी भानगढ़ सतेन्द्र भदौरिया, सिरचौंपी चौकी प्रभारी हरीसिंह तोमर, सहायक प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र सागर महेश पाल, श्रम निरीक्षक देवेन्द्र लोधी और जेपी पावर प्लांट से एक प्रतिनिधि को शामिल किया है। टीम सात दिन में जांच प्रतिवेदन सौंपेगा। गौरतलब है कि अगस्त से सितंबर तक प्लांट के अंदर तीन मौतें हुई हैं, जिससे सुरक्षा पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। 27 सितंबर को सरदार चढ़ार निवासी जौध की मृत्यु के बाद शव के पीएम में मृत्यु दम घुटने और जलने से होने की बात सामने आई है। 5 सितंबर को गोलू कुशवाहा की भी मौत हुई थी, इसके बाद लोगों ने हंगाम किया था। जांच की मांग को लेकर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस जिला ग्रामीण अध्यक्ष प्रमोद राय और किसान यूनियन के संभागीय अध्यक्ष सीताराम ठाकुर ने ज्ञापन सौंपा था।
Published on:
05 Oct 2024 12:43 pm
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