
बैठक में बताए समिति के कार्य
बीना. जल जीवन मिशन के तहत जल निगम और पीएचइ विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में नलजल योजनाओं का काम कर रहा है। पीएचइ की 36 में से नौ योजनाएं चालू हो चुकी हैं। इनके संचालन के लिए पंचायतों में समिति का गठन किया गया है और इन समितियों को कैसे काम करना है इसकी जानकारी शुक्रवार को आयोजित बैठक में दी गई, जिसमें जनपद अध्यक्ष उषा राय, एसडीएम देवेन्द्र प्रताप सिंह शामिल हुए।
जनपद पंचायत के सभाकक्ष में ग्राम जल एवं स्वच्छता तदर्थ समिति के पदाधिकारी शामिल हुए। समिति में अध्यक्ष सरपंच, सचिव पंचायत सचिव को बनाया गया है। साथ ही पचास प्रतिशत महिलाओं और 25 प्रतिशत पंचायत के निर्वाचित सदस्य शामिल होंगे। समिति ही योजनाओं का संचालन करेंगी। नल कनेक्शन की राशि और प्रतिमाह घरों से बिल भी समिति ही लेंगी। एक घर से न्यूनतम 60 रुपए प्रतिमाह बिल तय किया गया है, लेकिन खर्च ज्यादा आने पर यह बढ़ाया भी जा सकता है। इस राशि से ही बिजली का बिल जमा होगा और योजना संबंधी अन्य कार्य किए जाएंगे। समितियों को जागरूक किया जा रहा है, जिससे वह सही तरीके से कार्य कर सकें। इस अवसर पर जनपद पंचायत सीइओ राजेश पटेरिया, पीएचइ एसडीओ राहुल आरमो आदि उपस्थित थे।
नौ योजनाएं हो गई हैं चालू
पीएचइ विभाग के अंतर्गत 36 नलजल योजनाओं का कार्य चल रहा है, जिसमें ९ योजनाएं किर्रोद, रामसागर, लहरावदा, गढौली, भानगढ़, बिल्धव, छायनकाछी, सरगौली, सिंरोजीपुर की चालू हो चुकी हैं। यहां लोगों के घरों में पानी पहुंचने लगा है और अब समितियों को अपना काम शुरू करना है। पीएचइ विभाग के शेष रह गई योजनाओं का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
जल निगम की टंकियों का कार्य जारी
जल निगम के तहत जिन ग्रामों में कार्य किया जा रहा है, वहां अधिकांश जगह पाइप लाइन डाली चुकी है और टंकियों का निर्माण जारी है। अगले वर्ष तक इनसे पानी की सप्लाई शुरू हो सकती है।
Published on:
04 Jan 2025 12:13 pm
बड़ी खबरें
View Allसागर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
